पौष्टिक आहार पर निबंध - Paushtik Aahar Par Nibandh in Hindi

इस पोस्ट में पौष्टिक आहार पर निबंध - Paushtik Aahar Par Nibandh Hindi में दिया गया है अगर आप class 3, class 4, class 5, class 6 से class 12 तक के किसी भी कक्षा में अध्ययनरत हैं तो यह पोस्ट आप ही के लिए लिखा गया है। इसमें पौष्टिक आहार (nutritious food) करने के लाभ पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया है जीवन जीने के लिए खाना - पीना कितना महत्वपूर्ण है ये हम सब भलीभांति जानते हैं किंतु स्वास्थ्य जीवन के लिए पौष्टिक आहार का सेवन अधिक लाभदायक होता है इसलिए बच्चों व् बड़ों को पौष्टिक आहार लेना चाहिए।

पौष्टिक आहार पर निबंध - Paushtik Aahar Par Nibandh in Hindi 

पौष्टिक आहार पर निबंध - Paushtik Aahar Par Nibandh in Hindi


प्रस्तावना 

वह भोजन जिसमें अलग-अलग पोषक तत्वों जैसे विटामिन, कैलरी, कैल्सियम आदि की प्रचुर मात्रा उपस्थित हो उसे पौष्टिक आहार कहा जाता है। इससे शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलता है जो दिनभर हमें काम करने तथा चलने फिरने की शक्ति प्रदान करता है। पौष्टिक आहार सभी उम्र के लोगों के लिए आवश्यक होता है। बच्चे हो या बूढ़े सबको पोषक तत्व वाले भोज्य पदार्थ का सेवन अवश्य करना चाहिए।

आज के समय में जंक फूड पर हर कोई निर्भर हो गया है बाजारों में मिलने वाले फास्ट फूड स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल सही नहीं बावजूद इसके बच्चे और बड़ों द्वारा इसका अधिकता में सेवन किया जा रहा है इसका हानिकारक प्रभाव उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। अस्वास्थ्य कर भोजन सरलता से नहीं पचता और पेट संबंधित रोग उत्पन्न करते हैं। 

फास्ट फूड Unhealthy foods होते हैं जिनका सेवन ना करने की सलाह डॉक्टर भी देते हैं। बच्चों में पेट से जुड़े रोग इसी तरह के और स्वास्थ्य कर भोजन खाने से उत्पन्न होते हैं। एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए आहार का हेल्दी होना अनिवार्य है। पुराने समय में जंक फूड का सेवन कोई नहीं करता था बड़े बुजुर्गों तंदुरुस्त रहने हेतु फलों और हरी साग सब्जियों का अधिक सेवन किया करते थे इसी वजह से वे स्वस्थ मजबूत रहते थे और उनकी आयु लंबी होती थी। 

अस्वास्थ्यकर भोजन का नियमित सेवन करने की वजह से आज मनुष्य की आयु 100 साल से कम हो चुकी है, जो हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाते हैं उनमें बुढ़ापे में भी नवजवानों से अधिक कार्यक्षमता होती है इसलिए हमें पौष्टिक आहार ही खाना चाहिए।

पौष्टिक आहार के लाभ - 

आधुनिक युग में अधिकतर लोग जंक फूड का सेवन करते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं इनके साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं। बच्चों में यह लत रुकने का नाम नहीं ले रही, बच्चे बड़े भूख शांत करने के लिए पिज्जा, बर्गर आदि खाते हैं उनमें स्वाद अधिक किन्तु लाभकारी गुण कम होते हैं। पौष्टिक आहार से न केवल स्वाद बल्कि शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलता है रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। पौष्टिक भोजन में कई पोषक तत्व होते हैं जो पचाने में आसान होते हैं।  

लौकी, करेला, बैंगन, हरी साग सब्जी आदि खाना हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के को लाभ पहुंचाते हैं। हमारे आसपास कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो हर रोज अस्वास्थ्यकर भोजन करते हैं कुछ लोग इसके आदि हो चुके हैं। अस्वास्थ्यकर आहार से वजन तेजी से बढ़ने के कारण मोटापे की समस्या उत्पन्न हो जाती है, इसलिए वजन कम करने में डाइट के दौरान unhealthy foods avoid करने की सलाह दी जाती है।

पौष्टिक आहार का भरपूर लाभ लेने के लिए आपको दिन में शारीरिक गतिविधि पर ध्यान देना होगा। आजकल दिनचर्या बहुत व्यस्त रहता है लेकिन फिर भी काम से कुछ देर ब्रेक लेकर चलना - फिरना चाहिए। सुबह प्रतिदिन कसरत करने से पाचन भी दुरुस्त रहेगा इससे खाया पिया पौष्टिक आहार आपके शरीर को लगेगा। पौष्टिक आहार में पेय पदार्थ भी आते हैं जैसे गन्ने का रस, आम जूस, मिल्क शेक, लस्सी, छाछ आदि। हमें प्राकृतिक स्वाद के रूप में भोजन लेना चाहिए। मीठे पकवान व् शुगर कम ही लेना चाहिए।

संतुलित आहार -

जीवन जीने के लिए प्राणिजगत को भोजन पर निर्भर है मनुष्य अपने दिनचर्या में तीन बार भोजन करता है सुबह, दोपहर और शाम लेकिन ज्यादातर लोग इस बात से अनजान हैं की कौन सा भोजन कब और कितने मात्रा में खाना चाहिए। इसी कारण वे अस्वास्थ्यकर भोजन लेने लगते हैं और आगे चलकर स्वास्थ्य परेशानियां खड़ी हो जाती है।

श्रृष्टि की रचना के बाद प्राकृतिक रूप से संपूर्ण प्राणी जगत के लिए भिन्न-भिन्न और पर्याप्त मात्रा में भोजन का बंदोपस्त हो गया। लोग पहले विकसित हुए भोजन पकाकर खाना सीखा और आज हम मनचाहा व्यंजन पका खाते हैं किन्तु वह हेल्दी है या नहीं इसका ख्याल नहीं रखते। खाने के क्वांटिटी का ध्यान भी नहीं रखते और आखिरकार इसके हानिकारक प्रभाव भुगतते हैं।

संतुलित आहार का मतलब है व्यंजन को सही मात्रा में आवश्यकता अनुसार प्लेट में परोसकर उसे खाना। अगर आप एक बार अनाज लेने के बाद स्वाद की वजह से दुबारा अनाज लेते हैं तो उसे संतुलित आहार नहीं कहेंगे क्योंकि ऐसे में आप आवश्यकता से अधिक भोजन करते हैं। संतुलित का अर्थ बैलेंसेड में खाना है, ना तो बहुत कम और ना ही बहुत अधिक। ओवरइटिंग से बचकर हम संतुलित आहार ले सकते हैं।

हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए संतुलित आहार को हमेशा प्राथमिकता दी जाती है क्योंकि जब सही मात्रा में भोजन करेंगे तो पेट में गैस बनना, खाने का ठीक से न पचना, भारीपन महसूस होना, आलस आना, मोटापा बढ़ना आदि समस्या नहीं होगी, अतः हमें संतुलित एवं हेल्दी भोजन ही खाना चाहिए।

पौष्टिक आहार में उपस्थित पोषक तत्व -

Nutritious food में बहुत सारे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर को ऊर्जावान बनाते है। स्टार्च और शुगर वाले भोज्य पदार्थों से शरीर को कार्बोहाइड्रेट की आपूर्ति होती है। भारत में मुख्य रूप से चावल खाया जाता है उसमें कई विटामिन और मिनरल्स शामिल रहते हैं। चावल के साथ दाल जरूर परोसा जाता है इसमें भरपूर विटामिन बी, मैग्नीशियम, फाइबर आदि तत्वों का मिश्रण पाया जाता है। लोग दाल को रोटी के साथ भी खाना पसंद करते हैं।

गेहूं के आटे से बनी रोटी के अंदर सोडियम, पोटैशियम, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट आदि उपस्थित रहते हैं जो इसे हेल्दी फूड बनाते हैं। मनुष्य की शरीर को इन पोषक तत्वों की आवश्यकता जरूर होती है। व्यायाम या एक्सरसाइज के दौरान प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है ऐसे में शाकाहारी तथा मांसाहारी भोज्य पदार्थों से इसकी आपूर्ति कर सकते हैं।

शाकाहारी लोग मूंग दाल, मसूर, चना, चना दाल, मटर, उड़द, मक्का गेहूँ, सोयाबीन आदि ले सकते हैं ये भरपूर प्रोटीन युक्त आहार में गिने जाते हैं। शाकाहारी में अंडा, मांस, मछली इन सबके अंदर प्रोटीन मौजूद रहता है। पेय पदार्थों में दूध के अंदर प्रचुरतापूर्ण प्रोटीन उपस्थित रहता है हर रोज एक गिलास शुद्ध दूध जरूर लेना चाहिए हल्दी वाले दूध लेने से उसका गुण और बढ़ जाता है।

उपसंहार -

पौष्टिक आहार के रूप में हरे साग सब्जी, अनाज, चना, दाल, उड़द दाल, रोटी आदि खा सकते हैं। पौष्टिक आहार के अंदर वे सभी पोषक तत्व शामिल होते हैं जिनकी जरूरत हमारे शरीर को होती है। खिचड़ी भी एक अच्छा विकल्प है इसके अंदर चावल, दाल, सब्जियां, मसाले सबकुछ मिला होता है अगर पौष्टिक आहार का जबरदस्त फायदा चाहिए तो इसके साथ व्यायाम भी शुरू करें क्योंकि इससे खाया पिया पचाने में आसानी होगी, भोजन के पश्चात टहलने की आदत बना लें, सदैव संतुलित आहार लें इन बातों पर ध्यान देकर स्वस्थ जीवन जीया जा सकता है।  

पौष्टिक आहार पर निबंध 10 लाइन - Paushtik Aahar Par Nibandh 10 Lines

1. पौष्टिक आहार वह खाद्य पदार्थ है जिसमें आवश्यक पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा उपस्थित रहता है जो शरीर को ऊर्जा और तंदुरस्ती प्रदान करे।

2. प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, खनिज, कैल्शियम आदि तत्वों की भरपाई पौष्टिक आहार से की जा सकती है।

3. यदि व्यक्ति के शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाए तो उसमें कमजोरी के लक्षण साफ दिखाई पड़ते हैं जिसे ठीक करने के लिए डॉक्टर उन्हें पौष्टिक आहार लेने की सलाह देते हैं।

4. हरी साग सब्जी, फल, दूध, मांस, मछली, अंडा इनके अंदर प्रोटीन पाया जाता है जो शरीर को मजबूती देते हैं चेहरे पर रौनक लाते हैं।

5. अब के बच्चों द्वारा जंक फूड और पहले से पेक्ड फूड का अधिक सेवन किया जाता है जो स्वास्थ्य को हानि पहुंचाते हैं ऐसे भोजन को पचाने में अधिक समय लगता है।

6. पौष्टिक आहार से बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास होने लगता है उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न हो जाती है जिससे वे बार बार सर्दी जुकाम के चपेट में नहीं आते।

7. यदि पौष्टिक आहार को आवश्यकता से अधिक खा लिया जाए तो अपच की समस्या हो सकती है इसलिए खाने में संतुलन बनाए रखना अति आवश्यक है।

8. संतुलित आहार स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है और यह वजन बढ़ने से भी रोकता है। मोटापा कम करने वाले लोगों को संतुलित आहार लेने पर ध्यान देना चाहिए।

9. स्वास्थ्य जीवन का सीधा संबंध पौष्टिक आहार से है यदि अनाप-शनाप फूड खाएंगे तो नतीजा यह निकलेगा कि आपका वजन बढ़ जाएगा और यह समस्या कई बीमारियों को न्योता देगा इसलिए पोस्टिक आहार खाएं और उसे संतुलित मात्रा में ही खाए। 

10. हमें अलग अलग मौसम के फलों का सेवन भी करना चाहिए जो शरीर में जरूरी तत्वों को पूरा करेंगे। गर्मी में ताजे रसीले आम, अनार, केला, छाछ, मैंगो जूस ये सब खाना-पीना चाहिए इससे गरमी में राहत के साथ पर्याप्त ऊर्जा भी मिलेगी। वातावरण के अनुसार उपयुक्त आहार का चुनाव करके हम कई बीमारियों से खुद की रक्षा कर सकते हैं।

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