पॉलिथीन के लाभ और हानि पर निबंध - Advantages and disadvantages of Polythene in Hindi

पॉलिथीन पर मनुष्य पूरी तरह निर्भर रहता है कुछ भी सामान लेने में वह प्लास्टिक की मांग करता है, रोज के जरूरत के सामानों को प्लास्टिक में पैक करके रखा जाता है मतलब इसका उपयोग हर घर में किया जाता है लेकिन इसके कई हानियां भी हैं। इस लेख में पॉलिथीन के लाभ और हानि पर निबंध दिया गया है, इसे पूरा जरूर पढ़ें। 

पॉलिथीन के लाभ और हानि पर निबंध 

पॉलिथीन के लाभ और हानि पर निबंध - Advantages and disadvantages of Polythene in Hindi


परिचय

पॉलिथीन के कई उपयोग हैं इसके लाभ भी हैं और हानि भी। दैनिक जरूरत के सामान बाल्टी, जग, कुर्सी, छोटे टेबल, उपकरणों का बाहरी ढांचा ये सब पॉलिथीन, फाइबर या प्लास्टिक से निर्मित होते हैं। प्लास्टिक को गलाकर किसी भी रूप में परिवर्तित किया जा सकता है इस कारण पॉलिथीन से कई चीजें बनाई जाती है, बच्चो का खिलौना, सजावटी सामान, लैंप का ढांचा ये इससे ही बनता है। 

पॉलिथीन क्या है

पॉलीएथिलीन को ही पॉलिथीन कहा जाता है पॉलिथीन का मतलब प्लास्टिक से है जिसका उपयोग मनुष्यों द्वारा सर्वाधिक किया जाता है। Polyethylene का सूत्र (C₂H₄)ₙ है। पॉलिथीन का use mainly packaging के लिए किया जाता है, इसके अतिरिक्त अन्य वस्तु बनाए जाते हैं।

पॉलिथीन का उपयोग 

आज इसकी मांग हर जगह पर है इसका उत्पादन भी निरंतर हो रहा है, इस कारण पॉलिथीन का उपयोग बढ़ रहा है, अगर व्यक्ति दुकान से सामान लाए तो वह पॉलिथीन की मांग करता और दुकानदार पॉलिथीन थैली में समान पैक करके देता। अगर बाजार सब्जी लेने जाए तो वहां भी सब्जी वाले पॉलिथीन जरूर रखते हैं ताकि उसमें सब्जी भरके दे।

पॉलिथीन का इस्तेमाल आज हर इंसान करता है सामान लाने ले जाने में इसका उपयोग होता है, नल के पानी को भरने के लिए बड़ी प्लास्टिक की टंकी, पॉलिथीन का उत्पादन बड़े स्तर पर होता है, मिनरल वॉटर के लिए बॉटल इसी से बनाया जाता है। पॉलिथीन उपयोगिता में बढ़ोतरी का कारण इसका तेजी से उत्पादन होना और सस्ते दामों में मिलना है।

पॉलिथीन के लाभ / फायदे

  • पॉलीथीन का उत्पादन करके बड़े कम्पनियां अपने उत्पादों को पॉलीथीन में पैक करते हैं। जंक फूड, स्नैक्स, पैक्ड फूड ये सब के पैकेजिंग में पॉलीथीन लगता है।
  • आज के समय पर कई काम के लिए पॉलिथीन का उपयोग अनिवार्य हो गया है, व्यक्ति दैनिक जीवन में बाल्टी, कुर्सी, पेन का उपयोग करता ही है जिसका ढांचा पॉलिथीन या प्लास्टिक से बनाया जाता है। 
  • चिकित्सा के क्षेत्र में भी पॉलिथीन से बनाई जाने वाली वस्तुओं का उपयोग एवं प्रयोग किया जाता है, दवाइयों एवं कैप्सूल को पैक करने में, इंजेक्शन बनाने में प्लास्टिक का उपयोग होता है।
  • घरों में काम आने वाले चीजें TV, Radio, Mobile cover, Bulb holder ये सबका ढांचा प्लास्टिक को पिघलाकर बनाया जाता है।
  • आम आदमी को पॉलिथीन का लाभ इस तरह मिलता है: इससे सुविधा होती है जरूरत के सामान प्लास्टिक में पैक करके लाने में, भोज्य पदार्थों को सामान्यतः पॉलिथीन में डालकर दिया जाता है। घरों से बाहर जाने पर जरूरत पड़ने पर आसानी से पॉलिथीन मिलता है। थैली के तौर पर यह फायदेमंद है। 
  • पॉलिथीन का फायदा यह है की यह कपड़े की थैली की तुलना में सस्ते आते हैं और इसकी निर्माण में लागत कम लगता है, इस वजह से बड़े कारखानों में आसानी से इसका उत्पादन होता है और सामान पैक किया जाता है।

पॉलिथीन के हानि / नुकसान

इसके जहां बहुत से फायदे हैं कई उपयोगी वस्तु बनती है वहीं बहुत से नुकसान भी हैं इससे हर कोई परिचित है किन्तु इस पर व्यक्ति निर्भर हो चुका है, पॉलिथीन के हानि निम्न हैं:

पॉलिथीन से होने वाले नुकसान -

  • पॉलिथीन के अत्यधिक उपयोग से पृथ्वी में कचरा बढ़ता है।
  • हर साल लाखों टन पॉलिथीन कचरा पृथ्वी पर जमा हो रहा है जो भूमि को नुकसान पहुंचा रहा है।
  • घर के आजू बाजू पॉलिथीन कचरे से पर्यावरण दूषित हो रहा है।
  • पॉलिथीन ऐसा पदार्थ है जो गलता सड़ता या अब घटित ना होकर जमीन पर पड़ा रहता है।
  • अगर पॉलिथीन या प्लास्टिक कचरा को पालतू पशु या वन्य प्राणी खा जाए तो उसे नुकसान पहुंचता है।
  • पॉलिथीन की अत्यधिक उत्पादन से ज्यादातर व्यक्ति किसी का उपयोग करते हैं और सड़क के आजू-बाजू नदी नालों में कचरा फेंक देते जिससे अगर जलीय प्राणी गलती से उसे बहुजन समझकर खा जाए तो उसके स्वास्थ्य को हानि पहुंचेगा।
  • यदि हमारे चारों तरफ नजरें दौड़ाएं तो दिखेगा की हर जगह पॉलिथीन बिखरे हुए हैं, हवाओं से यहां वहां जा रहे हैं और कोई इसके समाधान पर ध्यान नहीं दे रहा बल्कि लोग चिप्स खाकर उसके पैकेट को और फेंक रहे हैं, लोगों की इन आदतों ने पृथ्वी पर कचरा का ढेर जमा कर दिया जो कभी नष्ट भी नहीं होता इससे पर्यावरण को हानि पहुंचाता है।

पॉलिथीन को रोकने के उपाय

पॉलिथीन पर मनुष्य पूरी तरह से निर्भर हो चुका है बाजार से सामान लाने के लिए ज्यादातर लोगों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है इस कारण से पॉलिथीन मत हो प्लास्टिक पर रोक लगाना अत्यंत कठिन कार्य होगा।

सरकार चाहे तो इसमें प्रतिबंध लगा सकती है लेकिन फिर इसमें पूर्णतया प्रतिबंध नहीं लगा सकते क्योंकि कई उपयोगी वस्तुएं प्लास्टिक से निर्मित होती है ऐसा नहीं है कि इस पर रोक लगाने का प्रयत्न किया गया हो कई बार ऐसे नियम जारी किए गए हैं जिसके अंतर्गत प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाना था किंतु यह कारगर साबित नहीं हुआ, इसलिए अब भी लोग प्लास्टिक थैली का उपयोग कर रहे हैं।

इस पर रोक लगाना तो मुश्किल है किंतु यदि व्यक्ति अपने विवेक से काम ले पर्यावरण के बारे में सोचें और सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग करना बंद कर दे तो इससे जरूर पर्यावरण प्रदूषण से राहत मिल सकती है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना होगा प्लास्टिक अथवा पॉलीथिन से होने वाले नुकसान के बारे में सबको अवगत कराना होगा, जब सभी लोग पॉलीथिन का उपयोग कम करेंगे तो हमारे पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचेगा बेवजा यहां वहां प्लास्टिक कचरा फेंकने की वजह से ही पृथ्वी पर नाक घटित होने वाले कचरे बढ़ते जा रहे हैं जो भविष्य में पृथ्वी एवं यहां उपस्थित प्राणियों को नुकसान पहुंचा सकता है।

निष्कर्ष 

पॉलिथीन इंसानों द्वारा कृत्रिम तरीके से बनाया गया है यह नष्ट नहीं होता जिस वजह से भूमि में पड़ा रहता है, हर गली, सड़कों के किनारे, नदी नालों में प्लास्टिक का पैकेट नजर आ जायेगा, इसी तरह हर साल कई टन कचरा जमा हो रहा है अगर ऐसा ही होता रहा प्लास्टिक के उपयोग पर रोक नहीं लगाया गया तो हमारा पर्यावरण बहुत दूषित हो सकता है।

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