विद्यालय की प्रतिदिन की प्रक्रिया पर निबंध | Essay on day to day process of school in Hindi

दोस्तों आज की इस निबंध से संबंधित पोस्ट में आप पढ़ने वाले हैं विद्यालय की प्रतिदिन की प्रक्रिया पर निबंध के बारे में। अगर आपको यह निबंध पसंद आता है तो इससे अपने मित्रों के साथ भी जरूर शेयर करें अगर इससे संबंधित कुछ सवाल पूछना हो तो जरूर से कमेंट करें आइए शुरू करते हैं।

प्रस्तावना

हर बच्चा बचपन से ही शिक्षा प्राप्त करने के लिए विद्यालय जाता है विद्यालय में प्रतिदिन अलग-अलग पाठ और विषयों को पढ़ाया जाता है जिसके लिए एक निश्चित समय निर्धारित होता है, पढ़ाई लिखाई के अलावा अन्य प्रक्रिया भी स्कूलों में सिखाई जाती है जिनमें खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामान्य ज्ञान से जुड़ी जानकारियां आदि शामिल हैं।

विद्यालय की प्रतिदिन की प्रक्रिया पर निबंध

विद्यालय की प्रतिदिन की प्रक्रिया पर निबंध


रोज सुबह विद्यालय पहुंचते ही प्रार्थना की जाती है हमारे देश का राष्ट्रगान गाया जाता है उसके बाद पढ़ाई से संबंधित कुछ जरूरी निर्देश दिए जाते हैं उसके पश्चात सभी छात्र छात्राएं अपनी-अपनी कक्षाओं में चले जाते हैं।

पढ़ाई की शुरुआत

प्रार्थना के बाद क्लास टीचर अबे सभी विद्यार्थियों का हाजिरी (attendance) लेते हैं और पहला विषय का अध्ययन शुरू हो जाता है विषय शिक्षक हमें 40 मिनट तक एक विषय पढ़ाते हैं उसके बाद घंटी बजते ही पहला पीरियड समाप्त हो जाता है।

इसी प्रकार दूसरे विषय की विशेष शिक्षक भी क्लास में पढ़ाने आते हैं और हर दिन का गृह कार्य चेक करते हैं, इंग्लिश ग्रामर, हिंदी व्याकरण, गणित जीव विज्ञान भौतिकी रसायन शास्त्र, इतिहास, संस्कृत, हिन्दी आदि पाठ्य पुस्तक को प्रतिदिन विद्यालय में पढ़ाया जाता है सभी विषयों के लिए एक निश्चित समय निर्धारित रहता है और उस पीरियड में उस विषय से संबंधित विषय शिक्षक ही पाठ्य पुस्तक पढ़ाते हैं।

दोपहर के वक्त भोजन करने का समय हो जाता है उस वक्त आधे घंटे की खाने की छुट्टी मिल जाती है जिसमें सभी विद्यार्थी और शिक्षक भोजन ग्रहण करते हैं इसके बाद वापिस बचे हुए अन्य विषयों का पाठ्यक्रम पूरा करते हैं।

अलग-अलग पाठ्य पुस्तक को पढ़ने के बाद शिक्षक अपने विद्यार्थियों को उस विषय से संबंधित होमवर्क देते हैं और कुछ अभ्यास करने के लिए गणित के प्रश्न देते हैं ताकि विद्यार्थी घर जाकर कुछ पढ़ाई करें।

जब सभी विषयों का पीरियड खत्म हो जाता है तब खेलकूद का समय हो जाता है इस समय हमारे स्कूल के पीटीआई द्वारा क्रिकेट वॉलीबॉल आदि खेल खिलवाते हैं, इसके लिए सभी स्टूडेंट्स को दो टीम में बांट दिया जाता है और उनके बीच क्रिकेट मैच की प्रतियोगिता रखी जाती है और जीतने वाली टीम को इनाम भी दिया जाता है।

खेल पीरियड के बाद स्कूल की छुट्टी की घंटी बज जाती है उसके बाद सभी बच्चे विद्यालय से अपना बैग उठाकर फिर से लंबी लाइनें बनाकर प्रार्थना या प्रेरणागीत गाते हैं उसके बाद विद्यालय की छुट्टी कर दी जाती है। इस प्रकार विद्यालय की प्रतिदिन की प्रक्रिया होती है हर रोज एक नई अध्याय के साथ कक्षा की शुरुआत होती है, समय बीतता जाता है और पुस्तकें पूरी हो जाती है इसके बाद परीक्षा की तैयारी कराई जाती है, परीक्षा समय सारणी दिया जाता है जिसके मुताबिक सभी विषयों की परीक्षा ली जाती है, जब विद्यार्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाता है तो वह अगली कक्षा में प्रवेश कर जाता है इस प्रकार हर साल विद्यालय में यही प्रक्रियाएं दोहराई जाती है।

आखरी शब्द

यह आपने पढ़ा विद्यालय की प्रतिदिन की प्रक्रिया पर निबंध अगर आपको इस लेख से संबंधित किसी प्रकार का सवाल पूछना हो तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में अपना सवाल यह सुझाव लिखकर प्रकाशित करें हम उसका रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे। लेख पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।

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