घड़ी पर निबंध हिंदी में - Ghadi Par Nibandh in Hindi

समय जानने के लिए घड़ी का उपयोग हम सब करते हैं घड़ी पर निबंध - Ghadi Par Nibandh पोस्ट में watch के बारे में पढ़ने वाले हैं यहां पर घड़ी पर 10 लाइन अलग से दिया गया है।

घड़ी पर निबंध हिंदी में - Ghadi Par Nibandh in Hindi 

घड़ी पर निबंध हिंदी में - Ghadi Par Nibandh in Hindi


अत्याधुनिक युग में समय जानने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम जो है वह घड़ी (watch) है। पहले आकाश में सूरज की स्थिति देख वक्त का अंदाजा लगाया जाता था पर अब व्यक्ति घर में बैठे और ऑफिस में काम करते हुए टाइम पता करता है। आज समय जानने हेतु दुनिया घड़ी नामक यंत्र पर भरोसा करने लगी है यह एक ऐसा यंत्र है जो दिन - रात निरंतर समय बताती रहती है। दफ्तर जाना हो या स्कूल जाना हो या किसी अन्य स्थान पर जाने के लिए वक्त पर निकलना हो उसके लिए आज का मनुष्य पहले अपनी घड़ी देखता है अपने समय अनुसार वह घर से ऑफिस के लिए निकलता है।

हमारी दिनचर्या समय के अनुसार ही व्यवस्थित रहती है सुबह उठने हेतु 4, 5 बजे का अलार्म सेट करते हैं जो सुबह उसी समय बजने लगता है इससे व्यति तय समय पर उठ पाता है। स्कूल कॉलेज या कार्यालय खुलने का एक फिक्स टाइम रहता है। अगर 10 बजे स्कूल लगती है तो सभी छात्र 10 बजे ही स्कूल में पहुंच जाते हैं ऐसा घड़ी की वजह से हो पता है पहले हम घड़ी पर टाइम देखते हैं बाद में घर से निकलकर गंतव्य स्थल पर पहुंचते हैं।

घड़ी मानव जीवन का मुख्य हिस्सा बन गया है आज वक्त के अनुसार प्रत्येक कार्य को व्यवस्थित किया गया है चाहे वो विद्यालय जाना हो, कार्यालय में काम करना या कोई निजी कार्य करना हो ये सब काम तय शेड्यूल पर किया जाता है। समय अमूल्य है इसलिए लोग घरों के दीवारों में घड़ी जरूर लगाते हैं इसकी सहायता से कार्य समय पर खत्म होता है तथा वक्त बर्बाद होने से बचता है। दीवार पर टंगी घड़ी की टक-टक की आवाज सभी घरों में सुनाई पड़ती है पहले केवल यह दीवारों पर लेकिन अब हाथ कलाई में भी घड़ी पहना जाना है जो चलते - फिरते और मीटिंग के वक्त समय देखने के काम आता है।

आधुनिक युग में मोबाइल फोन पर डिजिटल वॉच मिलता है जो व्यक्ति के पास हमेशा रहता है जब चाहे तब टाइम देखा जा सकता है। घड़ी के विभिन्न प्रकार और बनावट मौजूद हैं सुविधा अनुसार इसका इस्तेमाल होता है। चलते हुए कही जाते हुए कलाई पे घड़ी बांधकर निकलना आज पहनावा (fashion) बन गया है। टिक टिक करती घड़ी के कांटे के साथ डिजिटल एलईडी डिस्प्ले वॉच भी मिलने लगा है। बच्चे, बड़े, पुरुष, महिलाएं सभी समय जानने हेतु घड़ी पर निर्भर हैं।

अनुशासन का पालन करना बहुत आवश्यक है अगर घड़ी ना हो तो अनुशासन पीछे छूट सकता है समय पर काम नहीं होगा वक्त का अता पता नहीं चल पाएगा। वर्तमान समय में घड़ी हमारे जिंदगी का मुख्य हिस्सा है इसे हम हाथ में पहने हुए कही आना जाना कर सकते हैं। स्टडी रूम में मेज पर रख कर अध्ययन का समय निर्धारित कर सकते हैं। रात 9:00 बजे सोना और सुबह 4:00 को उठने हेतु घड़ी में अलार्म सुविधा उपलब्ध है।

चलती घड़ी के साथ समय निरंतर चलता रहता है। एक-एक दिन करके घड़ी के टिक टिक की आवाज के साथ 1 साल गुजर जाता है। घड़ी को काम करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो उससे बैटरी से मिलती है। चलती घड़ी हमें यह संदेश देती है कि समय अमूल्य है जो कि निरंतर बीतता रहता इसलिए इसका सदुपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है। घड़ी के हर एक मिनट और हर 1 घंटे का बेहतर उपयोग करना सफलता की कुंजी बनती है।

आज घर घर में वक्त बताने वाला घड़ी दीवार पर लगा होता है किन्तु लोग समय का महत्व खोते जा रहे हैं। उनके सामने घड़ी की सुई टिक टिक करती घूमती रहती है एक दिन बीत जाता है पर उनका महत्वपूर्ण काम अटका रहता है। मनुष्य की अच्छी और बुरी आदतें होती है समय बर्बाद करना भी गलत है क्योंकि ये कभी वापस नहीं आता, फिजूल वक्त दबाने से भविष्य में नाकामी हाथ लगती है जो जिंदगी तहस-नहस कर सकती है।

लोग कहते हैं अभी वक्त खराब चल रहा है लेकिन समय तो घड़ी के घूमती काटे के साथ निर्धारित समय पर चलता रहता है। हमें अपने हर घंटे को प्रोडक्टिव तरीके से यूज करना होगा। महत्वपूर्ण कार्य बिना डिस्ट्रैक्ट हुए ध्यान केंद्रित करके करना होगा। इस तरह हर 1 घंटे का उचित उपयोग करने की हमारी आदत हो जायेगी इससे प्रत्येक दिन का सदुपयोग होगा।

घड़ी पर निबंध 10 लाइन - Ghadi Par Nibandh 10 Lines in Hindi 

  1. घड़ी एक ऐसा यंत्र है जो हमारी समय जानने में मदद करती है।
  2. जब घड़ी चलती है तो टिक टिक की आवाज करती है।
  3. घड़ी में सबसे छोटी वाली सुई घंटे की, उससे बड़ी मिनट की और उससे भी बड़ी सुई सेकंड की होती है ये तीनों सुइयों के घूमने से घड़ी पर समय बीतता रहता है।
  4. घड़ी को चलने हेतु उसे ऊर्जा बैटरी से मिलती है जो लंबे समय तक चल सकती है।
  5. घड़ी में 1 से लेकर 12 तक अंक लिखे गए होते हैं और अंकों के बीच 5 बिंदु दर्शाए गए होते हैं जो मिनट को बताते हैं।
  6. जब सेकंड की सुई एक बार टिक करती है तो एक सेकंड होता है इसी तरह 60 सेकंड में 1 मिनट हो जाता है।
  7. जब मिनट की सुई एक - एक करके 60 मिनट पूरा करता है तो एक घंटा होता है।
  8. एक घड़ी में 1 से लेकर 12 तक अंक होते हैं मतलब घड़ी में बारह घंटे होते हैं जिसमें से 12 घंटे दिन और 12 घंटे रात का होता है।
  9. घड़ी विभिन्न प्रकार के आते हैं दीवार घड़ी, टेबल घड़ी, अलार्म घड़ी, पेंडुलम घड़ी और डिजिटल घड़ी।
  10. एक घड़ी की बनावट गोलाकार या चौकोर होती है। इसे बनाने हेतु प्लास्टिक, लोहे, लकड़ी आदि का इस्तेमाल होता है। डिजिटल घड़ी में टेक्स्ट लाइट द्वारा समय देख सकते हैं। कुछ घड़ी में स्पीकर लगे हैं जो बोलकर समय बताती है। एक व्यक्ति दिनभर में कई बार अपनी घड़ी देखता है।

आखरी शब्द

आमतौर पर व्यक्ति अपने दिन की शुरुआत सुबह उठते ही घड़ी देखकर करता है। वह प्रात: काल जल्दी उठने हेतु अलार्म जरूर सेट करता है। घर से बाहर निकलने से पहले भी हाथ में घड़ी बांधकर जाना पसंद करता है। दैनिक कार्यों को समय पर संपन्न करने के लिए घड़ी को हाथ के कलाई में घर तथा कार्यालय के दीवारों पर लगाया जाता है जो हर पल समय बताता है। घड़ी देखकर ही कार्यालय बैंक स्कूल एवं कॉलेजों की छुट्टी दी जाती है। रेलवे में ट्रेन की आने जाने का समय घड़ी पर देखा जाता है, इसी तरह हवाई जहाज, बस इत्यादि समय अनुसार आते जाते रहते हैं। घड़ी आज की जरूरत बन चुकी है इसलिए इसका इस्तेमाल बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई करता है। मित्रों मैंने इस लेख के द्वारा घड़ी पर निबंध पब्लिश किया है जो आपके लिए काफी उपयोगी होगा अगर आपको Ghadi Par Nibandh लिखने को कहा गया है तो यह आर्टिकल आपकी मदद कर सकता है। इस ब्लॉग पर आपको इसी तरह के अन्य निबंध लेख मिल जाएंगे उन्हें भी जरूर पढ़े धन्यवाद।

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