दूध पर निबंध - Essay on Milk in Hindi
दूध या मिल्क बहुत पौष्टिक पेय पदार्थों में से एक है जिसके उपयोग से विभिन्न किस्म के आहार बनाए जाते हैं। मट्ठा, छाछ, लस्सी गर्मियों में तरोताजा महसूस करने के लिए बेहतरीन विकल्प हैं। दूध से कई तरह के स्वादिष्ट बर्फी बनते हैं। मलाई वाले टेस्टी आइस क्रीम में मिल्क यूज होता है। इस आर्टिकल में हमने दूध पर निबंध (Essay on Milk in Hindi) लिखा है जिसमें मिल्क से संबंधित जानकारी पढ़ने को मिलेगा।
दूध पर निबंध - Essay on Milk in Hindi
डॉक्टर भी सलाह देते हैं की रोज प्रातः काल और शाम को एक गिलास दूध लेना चाहिए। रात को सोने से पहले एक गिलास दूध पीना उचित माना जाता है। दूध में पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मिले होते हैं। लोग इसमें शक्कर मिलाकर खाते हैं लेकिन दूध में पहले से प्राकृतिक मिठास होता है। बिना शक्कर के दूध लेना अधिक फायदेमंद होता है।
दूध आसानी से प्राप्त होने वाला पेय पदार्थ है। गाय, बकरी, भैंस, हस्तिनी, घोड़ी, ऊँटनी और भेड़ इन पालतू पशुओं से दूध प्राप्त किया जा सकता है। गांवों में प्रायः गाय, बकरी और भैंस का दूध अधिकता में मिलता है। भारत में लोग दुग्ध उद्योग से अच्छा मुनाफा कमाते हैं, मिल्कमैन या दूधवाला रोज घर पर दूध पहुंचता है और आधा लीटर या प्रति लीटर के हिसाब से कीमत लेता है। शहरों में सबके यहां गाय नहीं होता इसलिए दूध खरीदना पड़ता है।
अब दूध केवल तरल रूप में ही नहीं बल्कि पाउडर रूप में भी मिलता हैं। दूध पाउडर पैकेट में बंद रहता है इसमें में भी पोषण उपस्थित रहता है इसकी मदद से दूध से बनने वाली सभी खाद्य पदार्थ बनाए जा सकते हैं।
दूध से बनने वाली चीजें -
इससे कई खाद्य पदार्थ का उत्पादन किया जाता है। दूध को गर्म करके उसमें नींबू निचोड़कर फाड़ने से उससे बाद में सॉफ्ट पनीर प्राप्त होता है। विशेष स्वादिष्ट सब्जी के रूप में घरों में पनीर खाया जाता है। पनीर के अलावा फटे दूध से बर्फी, फटे दूध की रसमलाई जैसे मिठाइयां भी बनाए जा सकते हैं।
इससे वसा से भरपूर दही बनते हैं जिसे ठंड में दोपहर को और गर्मियों में कभी भी खाना पसंद करते हैं। दूध से बनी दही को बाजार से खरीदा या उचित विधि द्वारा घर पर बनाया जा सकता है।
दही में सही मात्रा में पानी मिलाकर उसे पतला करके मिक्सर या मथनी से मथने पर वह छाछ बन जाता है, तपती गर्मी के दिनों में इसे बच्चे बड़े सभी चाव से पीते और तरोताजा महसूस करते हैं।
दूध में चावल और शक्कर मिलाके खीर बनाते हैं। घरों में विशेष समारोह या जन्मदिवस के मौके पर खीर पूड़ी खाया जाता है।
इससे रसमलाई और आइस क्रीम बनते हैं जिसे बच्चे चाव से खाते हैं। मिठाई दुकानों में दूध से पेड़ा, मावा या खोया, मिल्क बर्फी और सफेद रसगुल्ला आदि बनाया जाता है।
मिष्ठानों को स्वादिष्ट बनाने में दूध का प्रयोग किया जाता है। अत्यंत लाभकारी तथा स्वादिष्ट मक्खन इसी से बनता है। गाय के दूध से सुगंधित घी का निर्माण किया जाता है जिसके साथ रोटी पराठे बनाने से उसका स्वाद बढ़ जाता है।
दूध से बनने वाले पेय पदार्थ -
गाय का दूध अपने आप में बहुत लाभकारी है उसमें कई पोषक तत्व मिले होते हैं। लोग दूध का सेवन शक्कर के साथ करते हैं ताकि उसमें मिठास आए। तरह-तरह की रेसिपी के जरिए दूध से बनने वाले ड्रिंक (पेय पदार्थ) बनाए जाते हैं जो बहुत स्वादिष्ट लगते हैं।
काजू, बादाम, इलायची, केसर इन सबको दूध में डालकर ब्लेंड (मिक्स) करने से वह ड्राय फ्रूट मिल्क बन जाता है।
केले और दूध के मिश्रण से बनाना मिल्कशेक तैयार हो जाता है, बच्चे इसे चाव से पीते हैं, दुबले पतले लोगों को वजन बढ़ाने के लिए केला खाने को कहा जाता है, बनाना मिल्कशेक में भी केला होता है इसलिए यह वजन बढ़ाने में मदद करता है।
दूध से तरह - तरह के मिल्कशेक बनते हैं चॉकलेट मिल्कशेक, मैंगो मिल्कशेक, अंजीर मिल्कशेक इत्यादि।
भारत में दूध के से बनने वाले कई तरह के पेय पदार्थ का सेवन किया जाता है जिसमें मुख्य रुप से चाय सर्वाधिक लोकप्रिय है।
हर रोज सुबह व्यक्ति दूध वाली गर्म मसालेदार चाय पीने की मांग करता है। बहुत से घरों में तो दूध इसलिए मंगाया जाता है ताकि हर रोज गरम चाय पीने को मिले।
दूध चाय बहुत आसानी से मिल जाता है मेहमान नवाजी के लिए भी पहले चाय पूछा जाता है। शहरों के गली मोहल्ले, सड़कों के किनारे और नुक्कड़ पर दूध से बनने वाली चाय बेचे जाते हैं, सुबह-सुबह दुकानों में दूध चाय पीने वालों की भीड़ लग जाती है।
दूध से होने वाले फायदे -
शरीर में हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियम आवश्यक होता है इसकी आपूर्ति के लिए दूध उपयुक्त आहार है। कैल्शियम की कमी से हड्डियों में दर्द होने पर गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से आराम मिलता है।
दिन के मुकाबले रात में सोने से पहले एक गिलास दूध पीना अत्यंत लाभकारी माना जाता है इससे नींद ना आने की समस्या दूर होती है। काम पर जाने से पहले एक गिलास दूध पीने से शरीर में दिनभर ऊर्जा बनी रहती है।
गर्म दूध पीने से दिनभर की थकान दूर हो जाता है। यह मांसपेशियों का विकास करता है। इसके निरंतर सेवन से चेहरे पर कान्ति आती है, झुर्रियां दूर होती है और त्वचा दमकने लगती है।
सामान्यतः दूध को उबालकर पिया जाता है, कुछ लोग कच्चा दूध भी पी लेते हैं कच्चे दूध में भरपूर पोषक तत्व उपस्थित रहते हैं जो स्वास्थ्य को ज्यादा फायदा देता है।
आयुर्वेद के अनुसार दूध को संपूर्ण आहार माना गया है यदि दिनभर उपवास करने के साथ केवल दूध का सेवन करें तो कई जरूरी पोषक तत्व की आपूर्ति इसी से हो जाती है।
शरीर की तंदुरुस्ती और मांसपेशियों का विकास के लिए कसरत और योगा करने के बाद बिना चीनी के दूध पीना लाभकारी होता है।
दूध का सेवन -
दूध के लाभकारी गुणों से परिचित होने के कारण ही लोग पौष्टिक पेय पदार्थ में दूध का सेवन करना पसंद करते हैं। यह पचाने में आसान है तथा पेट से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी है।
माताएं अपने बच्चों को हर रोज एक गिलास दूध देती हैं कई बच्चे को दूध बहुत पसंद होता है तो कुछ बच्चे दूध पीने में आनाकानी करते हैं। अभी के समय पर कई ऐसी चीजें मार्केट में आ गई है जिससे दूध में मिलाकर बच्चों को दिया जाता है ताकि वे दूध पिए।
इसके सेवन से बच्चे, पुरुष, महिलाएं और बुजुर्ग हर किसी के स्वास्थ्य को लाभ मिलता है। मुख्य रूप से छोटे बच्चों को दूध अवश्य देना चाहिए क्योंकि बचपन में वह हर दिन दौड़ भाग करते रहते हैं, खेलकूद में एनर्जी की आवश्यकता होती है ऐसे में यदि वह दूध का सेवन करता है तो शरीर में ऊर्जा की आपूर्ति हो जाएगी और तंदुरुस्ती आएगी।
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