पुस्तक पर निबंध हिंदी में - Essay on Book in Hindi

हम इस लेख में आपके लिए पुस्तक पर निबंध हिंदी में - Essay on Book in Hindi लेकर आए हैं। पुस्तकों के आने के बाद ज्ञान को दुनिया भर में पहुंचाना आसान हो गया आज बहुत से लेखक अपने पुस्तकों को प्रकाशित करके दुनिया के कोने कोने तक पहुंचा रहे हैं लोग उसे पढ़कर अपना ज्ञान विकसित कर रहे हैं। प्रत्येक विषय पर लेख पढ़ने को मिलने लगी है बाजारों से मनपसंद पुस्तक खरीदकर उससे कुछ ना कुछ नया सीखा जा सकता है। 

पुस्तक पर निबंध हिंदी में - Essay on Book in Hindi

पुस्तक पर निबंध हिंदी में - Essay on Book in Hindi
Book Essay in Hindi


निबंध 1. पुस्तक निबंध (300 शब्द)

प्रस्तावना -

व्यक्ति के जीवन में पुस्तक मित्र की तरह होता है जिसे पढ़ते समय हम उसमें खो जाते हैं। प्रत्येक पुस्तकें हमें कुछ नया सिखाती है यह भटके मनुष्य को सही राह दिखाता है। इसमें ज्ञान का असीम सागर समाहित है जो हमारे छोटे - बड़े सवालों के जवाब देता है। शिक्षा लेने का सर्वश्रेष्ठ साधन पुस्तक या किताब है।

पुस्तकों का हमारे जीवन पर प्रभाव -

एक पुस्तक में दिए गए सभी जानकारी भरोसेमंद होती है जो अनुभवी लेखकों द्वारा लिखे गए होते हैं। पुस्तक पढ़के हम अपने चारों तरफ सकारात्मक आवरण बना सकते हैं और नए विचारों को ला सकते हैं। यह सोचने की क्षमता को विकसित करते हैं। कभी - कभी तो पुस्तक में लिखे गए कहानियों का जीवंत रूप हम अपने मस्तिष्क में कल्पना करने लगते हैं जो कहानी को रोचक बनाते हैं।

पाठक जब पुस्तक को पढ़ता जाता है तब उसकी रुचि बढ़ने लगती है उसमें रुचि आने लगती है ये हमें जोड़कर रखता है। आप अपने मनपसंद किताबों से नई बातें सीख सकते हैं। प्रेरणादायक कहानी और उद्धरण, कहावतें एवं अनमोल विचार जीवन जीना सिखाते हैं।

हर उम्र के लोगों के लिए पुस्तकें उपलब्ध हैं बच्चे स्कूल में पाठ पढ़कर बुद्धि का विकास करते हैं और बड़े इसे पढ़के अपना सामान्य ज्ञान अच्छा करते हैं। पुस्तक से ज्ञान आता है और इससे समाज सुधरता है, बालक पुस्तकों से अक्षर पढ़ना सीखता हैं इससे विद्यार्थी का भविष्य उज्वल होता है। 

निष्कर्ष -

अच्छा जीवन जीने के लिए हमें कई चीजें सीखनी पड़ती है जिसे किताबों में सीखा जा सकता है। पुस्तक सभी क्षेत्रों का ज्ञान प्रदान करता है जो हमारे वास्तविक जीवनकाल में काम आते रहते हैं। पुस्तक सच्चा दोस्त बनकर हमारा अकेलापन दूर करता है। जीवन सुधारकर सही राह दिखाते हैं, सफल लोग रोज किताबें पढ़के नया सीखते रहते हैं और उसे जीवन में उतारते हैं। पुस्तक पढ़ना अच्छी आदतों में से एक है इसलिए इसे अपने जीवन में जगह देनी होगी बच्चों को उत्तम लेख पढ़ने हेतु प्रोत्साहित करना चाहिए।

निबंध 2. पुस्तक पर निबंध - Essay on Book in Hindi (400 शब्द)

पौराणिक युग में जब कागज क्योंकि पुस्तके नहीं हुआ करती थी तब गुरुकुल में आचार्य अपने शिष्यों को मौखिक की ज्ञान प्रदान करते थे। किसी भी ज्ञान को सीखना और उसे दूसरों को सिखाने के लिए यही एक सर्वोत्तम साधन था लेकिन जब से कागज की खोज हुई उसके बाद से उसमें लेख छपने लगे उसके बाद से ज्ञान प्राप्त करना और आसान हो गया। अब हम पुस्तकों के पन्ने पर लिखे गए शब्दों को पढ़कर कुछ भी सीख सकते हैं। 

पुस्तक का इतिहास

पुस्तक की छपाई से पहले मोर पंख का उपयोग किया जाता था उसके द्वारा हाथों से अक्षरें लिखी जाती थी जो बहुत धैर्य और जिम्मेदारी का काम होता था उसमें एक वाक्य गलत होने पर दोबारा से लिखना पड़ता था। 

कागज पर अक्षर लिखने के लिए टाइपराइटर का भी इस्तेमाल हुआ करता था जिसमें अगर एक भी अक्षर गलत टाइप होता था तो उसे दोबारा शुरू से लिखना पड़ता था। उस दौर के बाद अब तकनीकी विकसित हो चुकी है इसलिए पुस्तकों की छपाई प्रिंटर मशीन से हो जाती है।

आज से कई साल पहले 1455 में गुटेनबर्ग ने पहली पुस्तक बाइबल छापी। चेस्टर कार्लसन ने सन 1938 में प्रिंटर का आविष्कार किया जिसका उपयोग छपाई में होने लगा। आज पुस्तकों की छपाई करना अत्यंत सरल हो गई है कहानी पुस्तक छापने हुई या बच्चों की पढ़ाई के लिए किताबें प्रिंट करना हो यह सब प्रिंटर मशीन द्वारा आसान हो चुका है। 

प्रिंटर का उपयोग करना आसान है जिसमें किसी भी अक्षर को प्रिंट करके उसका डुप्लीकेट कॉपी बनाया जा सकता है इसलिए एक पुस्तक को लिखने के बाद उसी का कॉपी निकालकर जितनी चाहें उतनी पुस्तकें छाप सकते हैं।

पाठकों के लिए पुस्तकों का महत्व 

जिन्हें पढ़ना सन है जो हर दिन किताब पढ़ते हैं उनको किताबों का महत्व पता है। किताबों से हमें किसी महान व्यक्ति का चरित्र वर्णन मिलता है उनके बारे में जानकारी प्राप्त होती है। पुस्तकों में मिलन वाली जानकारियां सत्य एवं भरोसेमंद होती है जिसपर विश्वास किया जा सकता है। किताबों का महत्व छोटे बच्चों का और बड़ों के लिए भी है बच्चे अपनी ज्ञान पुस्तकों से ही विकसित कर दी है छोटे बच्चों को स्कूल में पुस्तक की सहायता से हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती, तमिल, तेलुगु आदि अक्षरों ज्ञान दिया जाता है वह गिनती सीखता है, व्याकरण की संपूर्ण जानकारियां पुस्तक से ही तो मिलती है।

निष्कर्ष 

किताब ज्ञान की कुंजी है जिसमें हर जानकारी उपलब्ध है किसी महान व्यक्ति के जीवन की गाथा संपूर्ण रूप से पुस्तकों में मिलती है। व्यवसाय संबंधी लेख, किसी परीक्षा की तैयारी जीव जंतुओं के बारे में उल्लेख यह सब पुस्तक में मिलता है। हम अपने विषय तथा रूचि के अनुरूप पसंदीदा पुस्तक चुन सकते हैं इसमें हम कहानी पढ़ सकते हैं और विज्ञान से जुड़ी खोजों के बारे में और वैज्ञानिकों की जीवनी पढ़ सकते हैं।

निबंध 3. पुस्तक या किताब पर निबंध हिंदी में (500)

परिचय -

पुस्तक किसी व्यक्ति की कल्पना शक्ति, सोच समझ तथा बुद्धिमता को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पुस्तकों में लिखित रचनाओं में कई छंदों और अलग-अलग रसों का प्रयोग किया जाता है। पुस्तक की विशेषता है की जब इसे पढ़ना शुरू करते हैं तब इसमें रुचि बढ़ती जाती है। एक बार किताब पूरा पढ़ने के बाद दोबारा पढ़ने से बातें और आसानी से समझ आती है। दुनिया में ऐसी भी किताबें हैं जिन्होंने लोगों के जीवन को बदल दिया है उनका भविष्य के लिए उचित मार्गदर्शन किया है सफल व्यक्ति अपनी सफलताओं का श्रेय किताबों को देता है।

पुस्तक पढ़ने के फायदे -

विद्यार्थी अपनी प्रारंभिक शिक्षा पुस्तकों के माध्यम से प्राप्त करते हैं पुस्तक में विश्व सभी पाठ व्याकरण इत्यादि होते हैं जो बच्चे की बुद्धि को विकसित करते हैं। बचपन में और स्कूल से लेकर कॉलेज तक अध्ययन करने के बाद कई लोग किताबें पढ़ना छोड़ देते हैं। किताब मात्र पाठशाला में पढ़े जाने वाली बुक नहीं है उसके बाद भी हमें पुस्तके पढ़ती रहनी चाहिए। स्कूल में पढ़ाई जाने वाली किताबें हमारी बुद्धि को विकसित करने का काम करते हैं जिससे हमें पढ़ना लिखना आता है। उसके बाद दुनिया में काम आने वाली है जरूरी बातें व्यवसाई संबंधित जानकारी के लिए सर्वोत्तम उपयुक्त साधन पुस्तकें हैं जिसमें कई बिजनेसमैन अपने अनुभव को पाठकों के साथ साझा करते हैं। उपयुक्त जानकारी प्रदान करते हैं उन्हें हम अपने जीवन में उतार कर खुद भी सफलता को प्राप्त कर सकते हैं।

पुस्तकें मनुष्य में सकारात्मक सोच को जन्म देती है। पुस्तकों में लिखी गई है ज्यादातर बातें भरोसेमंद होती है। किताबे हमें कभी धोखा नहीं देती हर परिस्थिति में यह कारगर साबित होती है। कभी-कभी जब हम अकेले पड़ जाते हैं तब पुस्तक हमारे सच्चे मित्र की तरह होते हैं। किताबों में रोचक कहानियां तथा काल्पनिक कहानियां पढ़कर हम मन को प्रफुल्लित कर सकते हैं। पुस्तकें मनोरंजन का साधन है जिसमें चुटकुले तथा हास्य लेख पढ़कर खुश हो सकते हैं। ज्ञान का तो पुस्तक पुस्तक भंडार है। 

अब तक दुनिया में बहुत सारी किताबें लिखी जा चुकी है जिससे पढ़के अमूल्य जानकारी ले सकते हैं। यह योग अत्यंत भाग्यशाली है जिन्हें पुस्तकें सस्ती कीमत पर मिल रही है आज पुस्तकालय है वहां तरह-तरह के किताबें उपलब्ध है जिसे खरीद कर हम ज्ञान अर्जित कर सकते हैं। युवा पीढ़ी अपना वक्त फिजूल चीजों में खर्च कर देते हैं यदि जीवन में सच में कुछ बड़ा करना है तो पुस्तक पढ़े उसे अपने जीवन में स्थान दें फिर देखना आने वाले दो-तीन साल में जीवन किस बुलंदी पर होगी।

उपसंहार -

प्रत्येक पुस्तकों का अलग सारांश होता है उनका अलग उद्देश्य होता है विभिन्न उद्देश्यों से किताबें लिखी जाती है, उसे पढ़ने वालों का उद्देश्य भी एक दूसरे से भिन्न होता है। कोई मनोरंजन के उद्देश्य से पढ़ता है, कोई कुछ नया सीखने के लिए, अपनी कौशल को विकसित करने के लिए तथा कम्युनिकेशन स्किल्स को सुधारने के लिए पुस्तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बच्चे, पुरुष, महिलाएं तथा बुजुर्ग हर किसी को अपनी रुचि के अनुसार अच्छी किताबें पढ़नी चाहिए आधुनिक युग में पुस्तकें ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों माध्यमों से पढ़ा जा सकता है अर्थात हर समय किताब आपके पास रहता है यात्रा करते हुए भी इसे पढ़ना संभव हो गया है।

आखरी शब्द - 

मैं यह कहूंगा कि आपको भी प्रतिदिन किताबें पढ़नी चाहिए यह आपकी बुद्धि को तेज करता है कल्पना शक्ति बढ़ाता है और इस स्मृति तेज होती है। जो व्यक्ति हर साल किताबें पढ़ लेता उसकी सोचने समझने की क्षमता बाकियों से बहुत ज्यादा होती है ऐसे व्यक्ति की सफलता प्राप्त करने की संभावना बहुत अधिक होती है। इस लेख में आपने पुस्तक पर निबंध - Essay On Book in Hindi पढ़ा उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा। 

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