वर्षा ऋतु पर निबंध - Varsha Ritu Par Nibandh In Hindi
बरसात का मौसम किसे पसंद नहीं होता यह सबका पसंदीदा ऋतु है जिसके आने से हरियाली आ जाती है आज इस लेख में हम वर्षा ऋतु पर निबंध - Varsha Ritu Par Nibandh In Hindi पढ़ने वाले हैं, हर ऋतु का अपना एक महत्व है उसी तरह वर्षा ऋतु के बारे में इस लेख में जानेंगे।
वर्षा ऋतु पर निबंध - Varsha Ritu Par Nibandh In Hindi
निबंध 1. वर्षा ऋतु पर निबंध 250 शब्द
निबंध 2. वर्षा ऋतु पर निबंध 300 शब्द
वर्षा ऋतु का आगमन
वर्षा ऋतु के आगमन से प्रकृति पर प्रभाव
निष्कर्ष
इन्हें भी पढ़ें -
निबंध 3. वर्षा ऋतु पर निबंध 500 शब्द - Varsha Ritu Per Nibandh
वर्षा ऋतु हर किसी का पसंदीदा ऋतु है, जब तपती गर्मी के बाद बारिश की पहली बूंद धरती पर गिरती है तब ऐसा लगता है मानो प्रकृति को नया रूप मिल गया हो। चारों तरफ हरियाली छा जाती है रंग बिरंगे फूल खिल उठते हैं वन उपवन में हलचल आ जाती है मोर पंख फैलाकर नाचने लगती है। बरसात की पहली बूंद मन में आशा की किरण उत्पन्न करती है किसानों की बंजर भूमि गिरने वाली वर्षा सौंधी खुशबू का अहसास कराती है। भूमि फिर से उपजाऊ बन खेती के लिए तैयार हो जाती है खेतों में पानी लबालब भर जाता है जिसमें हमारी किसान भाई हल चलाकर फसलें बुनते हैं। नदी नालों में पानी के प्रवाह की ध्वनि इसी मौसम में सुनाई पड़ती है।
मेरे गांव की तालाबों और नहरों में पानी की उछाल आ जाती है खेतों में जल का स्तर ऊपर उठने से लगता है मानो धान की फसल पानी में तैर रहे हों। पुलों के नीचे से सर सर करती पानी की धारा मन को प्रफुल्लित करता है। वर्षा ऋतु में हर कोई छाता ओढ़े नजर आता है। देखते ही देखते सावन का महापर्व आ जाता है रिमझिम बरसात में भक्तजन भगवान भोलेनाथ के दर्शन को जाती है इस समय मौसम सुहाना लगता है श्रद्धालुओं की भीड़ दार्शनिक स्थान में देखी जा सकती है इसी बीच हल्की वर्षा की बूंदों के साथ प्रकृति का सौंदर्य रूप निखर कर हमारे सामने आता है जो मन को उत्साह से भर देता है।
संध्याकाल में मेंढक के टर टर की आवाज इसी ऋतु में सुनाई पड़ती है। वर्षा ऋतु सबका पसंदीदा ऋतु इसलिए है क्योंकि इससे प्रकृति में रौनक आ जाती है। मुरझाए फूल खिलखिला उठती है। बरसात के दिनों में अधिकतर घरों में पकोड़े बनाए जाते हैं जिसे खाने का अलग ही आनंद है।
इस मौसम में आकाश में घने काले बादल छा जाते हैं, बादल गरजने लगते हैं, बरसात होती है और बिजली चमकने लगती है। इस समय लोग अपने घरों में रहते हैं वन्य प्राणी पेड़ के नीचे खड़े रहते हैं, पक्षी सुरक्षित अपने घोसले में पनाह लेते हैं। लगातार तेज बारिश से ठंड की अनुभूति होती है।
सूखे के बाद जब बारिश होती है तो पानी की समस्या दूर हो जाती है क्योंकि जल निकायों में पानी भर जाता है लगातार बारिश से हरियाली आ जाती है खुशनुमा माहौल बन जाता है तो कुछ इलाकों में 24 घण्टे बारिश या बदल फटने से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं।
समाचारों में बादल फटने की खबर अक्सर सुनने को मिलती है जिस इलाके में बादल फटती है वहां एक ही जगह भारी बरसात होती है जिससे बाढ़ आ जाती है कच्चे मकान तहस-नहस हो जाते हैं घरों के अंदर पानी भर जाता है फसलें बर्बाद हो जाती है बाढ़ के दौरान रेस्क्यू टीम की सहायता से बचाव कार्य किए जाते हैं।
जब वर्षा ऋतु आती है तो गर्मी में राहत दिलाती है, सूखे बंजर भूमि गीली मिट्टी बन जाती है, किसान खेत में अपना हल चलाते हैं खेत को फिर से हरा भरा कर देते हैं, नहरों में बहती पानी का रुख खेतों की ओर करके फसलों की सिंचाई की जाती है, कुंआ, पोखरा, तलाब, नदी, नाले में पानी की कोई कमी नहीं रहती ये ऋतु ऐसा है जिसके आगमन से जल संकट दूर हो जाते हैं।
इन्हें भी पढ़ें -
Post a Comment