10 Lines on Diwali in Hindi - दीपावली पर 10 लाइन निबंध
दीपावली के दिन भर घर में दीप प्रज्वलित की जाती है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्री रामचंद्र पत्नी सीता और छोटे भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष के लिए वनवास गए थे और जब वे अपने नगरी अयोध्या वापस लौटे थे तब अयोध्या नगरी के निवासियों द्वारा उनका भव्य रूप से स्वागत किया गया था तथा इस उपलक्ष में मिट्टी के दिए प्रज्वलित किया गया था तब से लेकर अब तक इस दिन को दिवाली के रूप में मनाया जाता है तथा इस दिन पूरे देश में घर आंगन को दीपक से सजाया जाता है।
यहां पर हम पावन पर्व दीपावली के बारे में 10 लाइन निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं। जो कक्षा 1,2,3,4,5,6,7,8,9,10,11 और 12वीं के छात्रों के लिए उपयोगी है।
10 Lines on Diwali in Hindi - Set 1
1. दीपावली या दिवाली हिंदू धर्म की पवित्र पर्वों में से एक है।
2. कार्तिक मास की अमावस्या को रात्रि के समय घर आंगन में दीप प्रज्वलित किया जाता है।
3. इसे दीपों का पर्व कहा जाता है।
4. दिवाली असत्य पर सत्य की और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है।
5. यह हमें अंधकार से प्रकाश की ओर चलने का संदेश देता है।
6. इसके आगमन से कुछ दिन पहले घर की लिपाई पुताई की जाती है उसे सजाया जाता है।
7. बाजारों में हर दुकानों में दिवाली के सजावटी सामान बिकने लगते हैं।
8. मान्यता अनुसार उस दिन घरों में साफ-सफाई रखने से लक्ष्मी जी का वास होता है तथा धन कृपा बनी रहती है।
9. बच्चे बड़े नए कपड़े पहनते हैं आपस में खुशियां बांटते हैं मिठाइयों के डिब्बे बांटे जाते हैं।
10. यह अति पवित्र त्यौहार में से एक है, दीपावली से पहले धनतेरस और इसके बाद दीपों का पर्व मनाने की प्रथा बरसों से चली आ रही है।
10 Lines on Diwali in Hindi - Set 2
1. दीपावली हमारे मन में सद्भावना को जागृत करता है।
2. घरों में मेहमानों का आना जाना लगा रहता है मेहमानों के आने से रौनक बनी रहती है।
3. अमावस्या की रात मे पटाखें की फुलझड़ी जलाई जाती है।
4. बच्चों में उत्साह देखते ही बनता है तरह तरह के रंग बिरंगे पटाखें आकाश में छोड़े जाते हैं।
5. सुबह होते ही पकवान बनने लगते हैं मिठाई बांटकर खुशियों को दुगुनी करते हैं।
6. घरों में शाम को लक्ष्मी पूजन का आयोजन किया जाता है।
7. हर कोई अपने दोस्तों व रिश्तेदारों को कुछ ना कुछ भेंट दे कर इस मौके को खास बनाते है।
8. यह पंचदिवासीय पर्व के रूप में मनाया जाता है इसकी शुभेक्षा देना पहले से प्रारंभ हो जाता है।
9. यह धनतेरस से लेकर भाईदूज तक मनाया जाता है।
10. बच्चों बड़ों में उत्साह की उमंग आ जाती है रंग बिरंगे लाइट से घरों को सजाया जाता है। जगमग दिए घर के बाहर द्वार पर और गौशाला मे जलाते हैं इसके प्रकाश आसपास के नकारात्मक प्रभाव को खत्म कर देता है।
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