सुबह की सैर पर निबंध - Morning Walk Essay in Hindi
नमस्कार दोस्तों, इस लेख में आप सुबह की सैर पर निबंध - Morning Walk Essay in Hindi पढ़ने वाले हैं। अगर आप कक्षा 1 से 12 वीं तक के किसी भी कक्षा में अध्ययन कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा, यदि आप कॉलेज के विद्यार्थी हैं तो भी आपको यह निबंध जरूर पढ़ना चाहिए, आइए शुरू करते हैं।
सुबह की सैर पर निबंध - Morning Walk Essay in Hindi
प्रस्तावना
प्रातः काल में सैर करने से इंसान के सेहत रहता है वह दिनभर तरोताजा महसूस करता है। सुबह कोई भी टहलने निकल सकता है यह आदत एक हेल्दी आदत के रूप में सबको अपना लेना चाहिए। इस आदत से आप न केवल फिट रहेंगे बल्कि आपका मानसिक स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा, चिंता, टेंशन या तनाव भी दूर रहेगा, मन शांत और प्रफुल्लित रहेगा जब आप रोजाना प्राकृतिक सौंदर्य के नजारों को देखते हुए सुबह की सैर (Morning Walk) पर निकलेंगे।
सुबह जल्दी उठकर पार्क, बगीचे या हरे - भरे मैदान में सैर करने का अनुभव बेहद अदभुद होता है। उस समय आप प्रकृति से जुड़ाव महसूस करने लगते हैं। उस समय जो ताज़ी हवा चलती है और शांत वातावरण होता है वह मन को शांति और सुकून प्रदान करती है। सभी आयु के लोग चाहे वो बच्चे हों, बड़े हों या बुजुर्ग हर किसी को सुबह - सुबह सैर करना चाहिए, चलना चाहिए इससे फिजिकल फिटनेस अच्छी रहती है।
लोग अपने फिटनेस का ख्याल रखने के लिए सुबह के समय दौड़ लगाते हुए नजर आ जाते हैं। इससे शरीर में स्फूर्ति आ जाती है व्यक्ति का काम में मन लगता है। हर रोज सैर पर निकलकर वह अनुशासित रूप से अपने दिनचर्या के महत्वपूर्ण गतिविधियों जैसे व्यायाम, कसरत करना, चलना या दौड़ना आदि कर पाता है।
मॉर्निंग वॉक हमारे स्वास्थ्य हेतु लाभदायक सिद्ध होता है। विशेषकर ठंड के दिनों में प्रातःकाल में मॉर्निंग वॉक करना अधिक फायदेमंद माना जाता है। लोग ठंड के दोनों को सेहत बनाने का उपयुक्त समय मानते हैं। उस समय वातावरण शीतल होता है। पत्तों और घांस पर ओस की बूंदें नजर आती है, जब प्रातःकाल में सूर्य की किरणें ओस की बूंदों पर पड़ती है तो वह चमकीले मोती के समान प्रतीत होने लगती है।
शांत माहौल होने की वजह से हम एकाग्रचित होकर सुबह व्यायाम कर सकते हैं। जब हम रोज सैर पर निकलते हैं तो इससे हमारे चलने की क्षमता भी धीरे धीरे बढ़ने लगती है और कुछ दिनों में हम अधिक दूर तक चल पाते हैं। सुबह मॉर्निंग वॉक करने के बाद जब हम अपने काम पर जाते हैं तो हम तरोताजा महसूस करते हैं, आलस नहीं आता और मन लगाकर काम करते हैं। अगर कोई व्यक्ति रोजाना सुबह की सैर करता है तो वह पूरा दिन ऊर्जावान महसूस कर सकता है।
शरीर स्वस्थ और मन प्रसन्न
मैं हर दिन सुबह जल्दी उठकर और सुबह की सैर (मॉर्निंग वॉक) करके अपने दिन की शुरुआत करता हूं। ऐसा करने से मुझे दिन भर तरोताजा महसूस होता है, इससे स्वास्थ्य को अनेक फायदे तो होते ही हैं साथ में मेरा मन भी प्रसन्न रहता है क्योंकि उस वक्त वातावरण शांत होता है और जब मॉर्निंग वॉक करने के दौरान सूर्योदय होता है तो वह दृश्य अद्भुत अनुभव करता है, आकाश में लालिमा छा जाती है प्रकृति का यह अनोखा दृश्य सुबह जल्दी उठकर ही देखा जा सकता है।
जो लोग रोजाना नियमित रूप से सैर करने जाया करते हैं उनका स्वास्थ्य ठीक रहता है और रोग होने की संभावना भी काफी कम हो जाती है, सैर करना भी एक प्रकार का व्यायाम है जो हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव डालता है, जो लोग अपने सेहत का ख्याल रखते हैं वो अक्सर प्रातःकाल में दौड़ते हुए दिख जाते हैं, भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने हेल्थ पर ध्यान देना आवश्यक हो गया है और इसलिए लोगों को हेल्दी रहने के लिए मॉर्निंग वॉक और एक्सरसाइज को अपने दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा बना लेना चाहिए।
सुबह की सैर से स्वास्थ्य लाभ
जब मैं सुबह मॉर्निंग वॉक करने जाता हूं तो मुझे रास्ते में नौजवान, बच्चे, बुजुर्ग सभी नजर आ जाते हैं वो भी अपने सेहत का ध्यान रखने के लिए सुबह सैर करने निकलते हैं। शांत परिवेश में जब मैं सैर करता हूं तो वहां पक्षियों की आवाज स्पष्ट सुनाई देती है। जब सूर्योदय होने का समय होता है तब सभी चिड़िया वृक्षों से निकलकर गगन में उड़ते हुए भोजन की तलाश में निकल पड़ते हैं यह दृश्य भी अनोखा लगता है।
जब चिड़िया चहचहाती है, ठंडी हवाएं चलती है, शांत माहौल होता है, सूर्योदय से पहले बादल में जो लालिमा छा जाती है, सूरज की किरणें जब धरा पर पड़ती है तो पेड़-पौधे, पहाड़, पर्वत आदि का वास्तविक रंग हम अपने आंखों से देखते हैं। यह देख हम प्रकृति के साथ गहराई से जुड़ाव महसूस करने लगते हैं। हर किसी को प्रकृति के दिव्य नजारों के दर्शन करने के लिए सुबह की सैर पर जाना चाहिए। कभी कभी सुबह का मौसम सुहाना लगता है जो चिंताओं को पल भर में दूर कर देता है, तनाव से मुक्ति पाने के लिए प्रकृति के साथ कुछ पल बिताना जरूरी है। मैं सुबह सैर करने जाता हूं तो व्यायाम भी करता हूं, वह पल खास होता है शोरगुल न होने की वजह से मैं एकाग्रचित होकर योग कर पाता हूं।
उस समय हवा शुद्ध होता है, गांव में भी नौजवान सुबह उठकर अपने मित्रों के साथ दौड़ने के लिए जाते हैं, जहां खेतों के लहलहाते फसलों को देख और उड़ते पक्षियों को देख मन आनंदित हो उठता है। बच्चे और बड़े सभी को सुबह-सुबह दौड़ना शुरू करना चाहिए क्योंकि इससे मोटापा कम होता है और आप फिट हो जाते हैं, दौड़ लगाने से आप अपने फेफड़ों की कार्यक्षमता भी बढ़ा सकते हैं। जब आप दौड़ते हैं तो आलस छूमंतर हो जाता है।
सुबह की सैर के साथ व्यायाम का विशेष महत्त्व
सुबह का अनोखा दृश्य
सुबह जब हम सैर करने जाते हैं तो आसपास का वातावरण शांत होता है, चिड़ियों के चहचहाने की आवाज स्पष्ट रूप से सुनाई देती है। हल्की ठंडी हवाएं चलती रहती है। ठंड के दिनों में तो धुंध भी छा जाती है। कभी-कभी मौसम सुहाना लगता है। प्रातः काल में सैर करने के दौरान पूर्व दिशा से जब सूरज उगता है तो उसे देखकर यह अहसास होता है कि जिस प्रकार सूरज कभी छुट्टी नहीं लेता उसी तरह हमें भी अपने रोज के महत्वपूर्ण कार्यों को करने में कभी छुट्टी नहीं लेनी चाहिए और न ही आलस करना चाहिए। इससे हम प्रेरणा ले सकते हैं की हमें प्रतिदिन अपने सेहत का ध्यान रखने के लिए कसरत, योगा, मॉर्निंग वॉक और अन्य जरूरी काम को नियमित रूप से करना चाहिए।
दिन की अच्छी शुरुआत
अगर आप अपने दिन की शुरुआत बेहतरीन ढंग से करना चाहते हैं और दिनभर तरोताजा महसूस करना चाहते हैं, आलस को दूर करना चाहते हैं और मन लगाकर काम करना चाहते हैं तो उसके लिए जरूरी है की आप सुबह जल्दी उठने की आदत बनाएं, साथ ही सुबह की सैर पर भी निकलें, आप चाहें तो बिना चप्पल के हरे घास पर चल सकते हैं इससे आंखों को फायदा होता है। दिनभर कामकाज के बाद व्यक्ति तनाव महसूस करने लगता है लेकिन अगर वह रोजाना मॉर्निंग वॉक पर जाए, अकेला या अपने मित्रों के साथ तो वह रास्ते में कई नजारे देखेगा, कभी चिड़ियों को स्वतंत्र उड़ते हुए तो कभी सुहाने मौसम को और रोज सूर्योदय को, प्राकृतिक सुंदरता को देख कर किसी का भी तनाव स्वतः ही दूर हो जाता है, और जब व्यक्ति तनाव मुक्त हो जाता है तो उसमें सकारात्मक ऊर्जा आ जाती है और सकारात्मक सोच के साथ वह अपने दिन की अच्छी शुरुआत करता है।
सैर के लिए सबसे अच्छा समय
सुबह जल्दी उठकर रोज सैर पर जाना लाभदायक माना जाता है। इससे बॉडी वार्म अप हो जाता है। आप दौड़ भी लगा सकते हैं और एक्सरसाइज भी कर सकते हैं इससे बॉडी की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ेगी। आप 5 - 7 बजे के बीच सैर करने जा सकते हैं। गार्डन या हरी भरी घांस वाले मैदान में खाली पैर चलना ज्यादा फायदेमंद होता है इससे आंखों को फायदा होता है। सुबह माध्यम गति पर चल सकते हैं या दौड़ लगा सकते हैं, सुबह शुद्ध हवा चलता है जो स्वास्थ्य को लिए लाभकारी होता है।
सुबह की सैर सभी के लिए फायदेमंद है
बच्चे, बड़े और बुजुर्ग, महिला व् पुरुष हर कोई सुबह मॉर्निंग वॉक पर जा सकते हैं और अपने आप को फिट रख सकते हैं। सुबह घर से बाहर मॉर्निंग वॉक के लिए न निकलने और घर में ही बैठे रहने से वजन बढ़ने लगता है, हमें अपने फिटनेस पर ध्यान देते हुए कोई सा भी फिजिकल एक्टिविटी करना चाहिए जैसे खेलना, मॉर्निंग वॉक करना आदि। गांव में लोग सुबह से ही अपने काम में लग जाते हैं, माताएं अपने घर के काम में व्यस्त हो जाते हैं और पुरुष जो कृषि कार्य से जुड़े हैं वो अपने खेत के काम पर चले जाते हैं, इसलिए गांव में ज्यादातर लोग स्वस्थ जीवन जीते हैं।
निष्कर्ष -
दिनभर वाहनों के चलने से तथा कई अन्य कारणों से प्रदूषण बढ़ने के चलते जब हम सांस लेते हैं तो अशुद्ध हवा शरीर में चला जाता है और नुकसान पहुंचता है, लेकिन सुबह के वक्त हवा शुद्ध और ताजा होता है और अगर उस वक्त मॉर्निंग वॉक किया जाए तो हमें शुद्ध ऑक्सीजन मिलता है और हम हेल्दी रहते हैं। जिंदगी में ढेर सारे काम करके और काम के बोझ के चलते तनाव होने लगता है और चिढ़चिढ़ापन भी आ जाता है इसे दूर करने के लिए सुबह सैर पर जाना और ध्यान या मेडिटेशन करना उत्तम माना जाता है। अगर हम अपने सेहत का ख्याल नही रखेंगे तो कई बीमारियां शरीर में डेरा डालेंगे और हमें रोगी बनाएंगे, इसलिए रोगों से छुटकारा पाने के लिए प्रकृति के साथ जुडें, रोज मॉर्निंग वॉक करें, कसरत और योग करें, हेल्दी फूड ही खाएं तथा अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें।
Post a Comment