छुट्टी पर निबंध हिंदी में - Essay on Holiday in Hindi

छुट्टियाँ जो हर किसी को पसंद होती हैं, खासकर बच्चों को, जब स्कूलों में लंबी छुट्टियाँ मिलती हैं, तो छुट्टियाँ बच्चों को नई चीजें सीखने के लिए प्रेरित करती हैं, वे अपनी रुचियों पर ध्यान दे पाते हैं। मित्रों आज के इस लेख में छुट्टी पर निबंध हिंदी में (Essay on Holiday in Hindi) लिखा गया है जिसमें छुट्टी के महत्व के बारे में जानकारी दी गई है आइए इस निबंध को पढ़ना शुरू करते हैं।

छुट्टी पर निबंध हिंदी में - Essay on Holiday in Hindi

छुट्टी पर निबंध हिंदी में - Essay on Holiday in Hindi


प्रस्तावना 

हर व्यक्ति को छुट्टी पसंद होता है वो चाहता है कि उसे कुछ दिनों के लिए काम से छुट्टी मिल जाए ताकि वह अपने मित्रों व परिवार के साथ समय व्यतीत कर सके।

स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र अपनी पढ़ाई से कुछ दिनों की छुट्टी चाहते हैं, जबकि नौकरी करने वाले लोग अपने दैनिक काम से कुछ दिनों के अवकाश का इंतजार करते हैं।

छुट्टियों के दिन न तो छात्रों को स्कूल-कॉलेज जाने की जल्दी होती है और न ही कर्मचारियों को अपने ऑफिस जाने की, वे उस दिन काम से छुटकारा पाते हैं और आराम करते हैं।

भले ही इससे उनके काम का थोड़ा नुकसान हो जाए पर फिर भी उनके लिए छुट्टी का दिन एक पसंदीदा दिन होता है, ऐसा कोई कामकाजी व्यक्ति नहीं होगा जिसे छुट्टियाँ पसंद न हों। स्कूली बच्चों, ऑफिस वर्कर, मजदूर आदि सभी को इस दिन का इंतज़ार रहता है।

कामकाज के साथ कुछ दिनों का अवकाश लेना आवश्यक है इससे आराम करने का भरपूर समय मिल जाता है, व्यक्ति तनाव मुक्त होकर तरोताजा महसूस करता है।

छुट्टी पर मन चाहे जगहों पर घूमने जाने से, मूड में सुधार आता है। मनःस्थिति बेहतर हो जाने के बाद, जब वह अवकाश के पश्चात कार्य पर लौटता है, तो वह अधिक उत्पादकता के साथ काम करता है।

छुट्टी का महत्व - 

हर दिन कार्य में व्यस्त रहने के बाद व्यक्ति चाहता है कि उसे कुछ दिन छुट्टी मिले ताकि वह विश्राम कर सके। यह सबके लिए महत्वपूर्ण होता है, चाहे वे स्कूल में पढ़ने वाले बच्चें हों, व्यापारी या बिजनेसमैन हों, नौकरी करने वाले हों, ऑफिस जाने वाले हों, मजदूरी करने वाले हों या घरों में काम करने वाले लोग हों, सबको छुट्टियों में आराम करने, परिवार वालों के साथ वक्त बिताने और घूमने-फिरने जाने का मन करता है।

आज के जमाने में हर कोई काम में व्यस्त है, खुद के लिए वक्त निकाल पाना भी मुश्किल हो गया है। विद्यार्थी को पूरा दिन स्कूल में और शाम को कोचिंग में जाना होता है, अब तो गर्मी की छुट्टियों में भी बच्चों के ट्यूशन पढ़ाया जाने लगा है।

व्यापारी अपने बिजनेस से प्रॉफिट कमाने हेतु दिन रात मेहनत करता है, परिवार का भरण पोषण करने के लिए व्यक्ति रोज दफ्तर पहुंचता है। कर्मचारियों को रोज घंटों तक लगातार काम करना पड़ता है, कुछ तो ऑफिस के काम को घर पर करके पूरा करते हैं।

अब इतने व्यस्त शेड्यूल में व्यक्ति को न तो बच्चों के साथ समय व्यतीत करने का समय मिलता है और न ही परिवार के साथ कहीं घूमने जाने का मौका मिल पाता है। जो व्यक्ति रोजाना अपने काम के चलते व्यस्त रहता है यदि उसे कुछ दिनों का छुट्टी मिल जाए तो इससे बेहतर उसके लिए क्या हो सकता है? 

वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर मौज मस्ती कर सकता है देश-विदेश में घूमने जा सकता है और अपने समय को हंसी मजाक के साथ बिता सकता है, यह पल उसके लिए खास बन जाता है, छुट्टी में बिताए गए खुशियों के पल अनोखे होते हैं, उन पलों में हम अपनी सारी चिंताओं को भुला देते हैं, मन प्रफुल्लित रहता है, तनाव दूर हो जाता है, और जब हम छुट्टी बिताकर अपने काम पर वापस लौटते हैं, तो पहले से बेहतर तरीके से काम पर ध्यान दे पाते हैं। इसलिए, अपने शरीर और दिमाग को आराम देने के लिए इस व्यस्त और भागदौड़ भरी जिंदगी में कुछ दिनों की छुट्टी लेना आवश्यक है।

विद्यार्थियों के लिए छुट्टियों का महत्व -

पढ़ाई के बाद जब विद्यार्थियों को गर्मी की छुट्टियाँ दी जाती हैं तो उन्हें बहुत ख़ुशी होती है। यह वह समय होता है जब छात्र को पढ़ाई के बीच में लंबी छुट्टी मिलती है। छुट्टियों के दौरान, वे अपनी रुचियों जैसे शिल्प कला, पेंटिंग या चित्रकला आदि पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं। बच्चे संगीत और नृत्य सीखकर अपनी कला को और निखारते हैं।

अपने माता-पिता के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बेहतर समय बिताते हैं। उनके साथ अलग-अलग जगह पर घूमने जाने की योजनाएं बनाते हैं। दिवाली और क्रिसमस छुट्टी के दौरान बच्चे अपने फैमिली के साथ फेस्टिवल सेलीब्रेट करना पसंद करते हैं। गर्मी छुट्टी में तो बच्चों को नई जगहों पर जाना, वहाँ के प्रचलित स्थानों के विषय में जानना, पार्क में घूमना, फैमिली के साथ अच्छी मूवी देखने जाना, मनचाहा खेल खेलना आदि पसंद होता है।

जब बच्चे छुट्टियों में विभिन्न जगहों एवं सुंदर प्राकृतिक स्थानों पर घूमने जाते हैं तो उन्हें वहां मनोरंजन के साथ नया अनुभव भी मिलता है। स्कूल और कॉलेज के दौरान विद्यार्थियों को रोजाना खूब पढ़ना-लिखना पड़ता है, यह उनके भविष्य हेतु आवश्यक भी है, किन्तु छुट्टियाँ भी जरूरी होती है, इसलिए तो पढ़-लिखकर परीक्षा देने के बाद, सभी बच्चों को गर्मी छुट्टी दी जाती है, ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई से कुछ दिनों के लिए ब्रेक मिल सके।

छुट्टी का दिन अच्छे से कैसे बिताएं - 

जब छुट्टी मिलती है तो लोग घूमने फिरने जाने की योजना बनाने लगते हैं। एक के बाद एक नई जगहों पर जाकर नया अनुभव और यादें संजोते हैं।

अपनी छुट्टियों को बेहतरीन तरीके से बिताने के लिए, आप पहले योजना बनाएं की आप कहां-कहां घूमने जाने वाले हैं। अपने रिश्तेदारों के यहां भी जरूर जाएं। आपको जो चीज करनी पसंद है वह जरूर करें, अगर ड्राइंग, पेंटिंग, सिंगिंग, डांसिंग, आदि का शौक है तो अपनी शोक जरूर पूरा करें क्योंकि छुट्टी के समय में ही आप अपनी रुचियां पर बिना डिस्टरबेंस के ध्यान दे सकते हैं।

कुछ लोग अपनी छुट्टियाँ घर पर रहकर, टीवी देखकर, सोकर बिताते हैं और जब छुट्टियों की अवधि समाप्त होती है, तो वे सोचते हैं कि काश उन्हें और अधिक समय मिलता।

छुट्टियाँ काम और पढ़ाई से आराम देने के लिए दी जाती हैं ताकि लोग उस समय को अपनी इच्छानुसार बिता सकें। इसलिए उस समय को हमें अपने मित्रों, परिवार वालों, माता-पिता, दादा-दादी, और अन्य रिश्तेदारों के साथ जरूर बताना चाहिए। परिवार के साथ घूमने जाना भी अच्छा विकल्प है। छुट्टियों को खास बनाएं ताकि वो हमेशा याद रहे।  

कई लोग ऐसे भी हैं जो छुट्टियों में भी कामकाज में व्यस्त रहती हैं, बच्चें अध्ययन के लिए ट्यूशन क्लास में जाते हैं, इससे समय का सदुपयोग होता है लेकिन यदि छुट्टियों में इन सबसे ब्रेक लेकर, फैमिली के साथ घूमने फिरने जाए, मित्रों के साथ मौज मस्ती करें, और अलग-अलग प्रकार के मनोरंजक गेम्स खेलें, तो जब विद्यालय फिर से खुलेगी तो मन में कोई अफसोस नहीं रहेगा क्योंकि आपने छुट्टियों को बेहतरीन ढंग से बिताया है। 

छुट्टियों में नुकसान -

विद्यार्थी स्कूल, कॉलेज और ऑफिस में नियमित रूप से जाते हैं और वे उनके दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है, लेकिन छुट्टी आते ही यह दिनचर्या कुछ दिनों के लिए गायब हो जाता है। लोग काम पर जाने के बजाय घर में पड़े रहते हैं, छुट्टियों में  कई लोग नई चीजें सीखने का प्रयास करते हैं तो कई लोग बेकार के चीजों में अपना टाइम बिता देते हैं।

कुछ लोगों को कुट्टी का समय शुरुआत में बहुत आनंददायक लगता है, लेकिन बाद में वे अपने कार्य को याद करने लगते हैं, बच्चे फिर से स्कूल खुलने का इंतजार करने लगते हैं। वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जिन्हें छुट्टियों की वजह से हर रोज घर पर रहने और मौज मस्ती करने की आदत पड़ जाती है, और जब विद्यालय जाने का समय आता है तो उन्हें स्कूल जाने का मन नहीं करता। छुट्टियों में बाहर घूमने-फिरने जाना तो तय है, लेकिन इससे कई बार भारी खर्चा हो जाता है, और घर का बजट हिल जाता है।

निष्कर्ष -

शरीर और दिमाग को आराम देने के लिए छुट्टी बहुत जरूरी होता है। छुट्टियों का हमें सदुपयोग करना चाहिए और नई चीज सीखनी चाहिए। अलग-अलग जगह पर जाकर नए-नए अनुभव व् यादें इकट्ठे करने चाहिए। छुट्टियों के दौरान होमवर्क भी जरूर पूरा करें, लेकिन पढ़ाई के साथ-साथ खेलना-कूदना भी जरूरी है क्योंकि इससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है।

कुछ लोग छुट्टियाँ आते ही अलग अलग शहरों में घूमने निकल पड़ते हैं और उस समय को यादगार बनाते हैं, कई लोग ऐसे भी हैं जिनके पास पर्याप्त बजट न होने के कारण घर में ही पूरा छुट्टी बिता देते हैं। लेकिन छुट्टियों का असली मजा अपनों के साथ आता है, जब हर दिन हम अपने परिवार के साथ हंसी मजाक करते हैं, दादा दादी के किस्से कहानी सुनते हैं, रात का भोजन सपरिवार एक साथ बैठकर करते हैं, तो यह भी अनोखा पल होता है और इस प्रकार हर कोई अपनी छुट्टियों को यादगार बन सकता है।

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