टेलीविजन पर निबंध - Television Essay in Hindi

पहले किसी स्थान का घटना वास्तविक समय पर पता करना असंभव था लेकिन अब टेलीविजन के जरिए यह संभव हो गया है। टेलीविजन जिसे संक्षिप्त TV कहा जाता है यह विज्ञान की अदभुद देन है जो देश - विदेशों का आंखों देखा हाल प्रस्तुत करने में सक्षम है। इस लेख में आप टेलीविजन पर हिंदी निबंध पढ़ेंगे, यह अनोखा उपकरण है जो आधुनिक काल में शहरों से लेकर गाँवों तक पहुँच चुका है, टेलीविजन तकनीक तेजी से विकसित हो गई है आइए Television Essay के माध्यम से टीवी के इतिहास के साथ साथ अन्य जानकारी प्राप्त करते हैं।

टेलीविजन पर निबंध - Essay on Television in Hindi

टेलीविजन पर निबंध - Television Essay in Hindi


प्रस्तावना -

टेलीविजन मनोरंजन का सबसे पहला साधन था जिसमें हम अनेकों कार्यक्रम देखकर आनंद लेते थे। अब टीवी के माध्यम से नई धारावाहिक देखे जा सकते हैं। Tv में हम समाचार देख-सुन सकते हैं यह हमें लाइव न्यूज दिखाता है। पहले देखने के लिए कुछ ही चैनल हुआ करते थे लेकिन अब हजारों चैनल्स आ गए हैं दर्शकों के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध हो गए हैं। टेलीविजन का हिंदी नाम दूरदर्शन है  मतलब ये दूर के दृष्ट का दर्शन कराता है। आज हर घरों में टेलीविजन आ गए हैं लोग दिनभर अपने पसंदीदा कार्यक्रम देखते रहते हैं।


टेलीविजन क्या है?

टेलीविजन एक इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जिसमें हम लाइव प्रसारण देख सकते हैं इसमें हर रोज टीवी धारावाहिक दिखाया जाता है। Tv पर प्रत्येक कार्यक्रम के लिए एक समय निर्धारित होता है उसी अनुसार कार्यक्रम दिखाए जाते हैं। इसमें बच्चों से लेकर बड़ों के मनोरंजन के लिए अलग-अलग चैनल्स रहते हैं उन चैनल को रिमोट द्वारा बदला जा सकता है हर चैनल को एक नंबर दिया जाता है रिमोट पर उसी नंबर को दबाकर चैनल बदला जाता है। यह लंबे समय तक लगातार चल सकता है इसलिए इसमें कई फिल्में और सीरियल्स देखे जाते हैं। यह इंटरटेनमेंट का सस्ता माध्यम है हम DTH रिचार्ज करके या DD Free Dish पर Free Channels देख सकते हैं।


टेलीविजन का इतिहास -

टीवी का इतिहास बहुत रोचक है इसकी शुरुआत 1924 से होती है जब जॉन लोगी बेयर्ड ने दुनिया का पहला टेलीविजन बनाया। इलेक्ट्रॉनिक टेलीविजन के डेवलपमेंट में आविष्कारक फिलो फार्न्सवर्थ ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया उन्होंने 1927 में fully functional Tv system बनाया जो पूरी तरह काम कर सकता था। टेलीविजन के विकास में जापानी इंजिनियर केंजीरो टेकायनागी ने tv का पहला रिसीवर बनाया था। चार्ल्स फ्रांसिस जेनकिंस जो एक अमेरिकी आविष्कारक थे उन्होंने भी इसमें अग्रसर होकर काम किया था। कई वैज्ञानिकों ने इसमें अपना योगदान  दिया लेकिन टीवी बनाने का आरंभ बेयर्ड ने की थी इसलिए Television Inventors में से John Logie Baird को मुख्य श्रेय दिया जाता है। टीवी के आविष्कार से लेकर अब तक, tv बहुत विकसित हो चुके हैं।


टेलीविजन का आविष्कार -

जे.एल.बेयर्ड ने टीवी का आविष्कार किया था। टेलीविजन तकनीक की शुरुआत में इसमें ब्लैक-एंड-व्हाइट तस्वीरें ही प्रसारित होती थी इस तरह का प्रसारण United Kingdom और United States of America में बहुत popular हुआ था, बाद में रंगीन टेलीविजन आने लगे। आज कैमरे पर रिकॉर्ड किए गए वास्तविक छवि टीवी पर ब्रॉडकास्ट किए जाते हैं। टीवी पर धारावाहिक प्रसारण का कार्य प्रोडक्शन हाउस से किया जाता है। आज बहुत सारे प्रोडक्शन कंपनियां हैं जो विभिन्न कार्यक्रम बनाते हैं। टीवी पर डिजिटल रूप से सभी मूवी और धारावाहिक ब्रॉडकास्ट किए जाते हैं। पहले कम गुणवत्ता वाले कैमरे से शो बनाए जाते थे लेकिन अब उच्च गुणवत्ता वाले कैमरे से स्पष्ट तस्वीरें प्रदर्शित किया जाता है। दुनिया का पहला टीवी जो था उसमें कम सुविधाएं थी किंतु आज इतनी सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं की ग्राहक को सोचना पड़ता है की कौन सा टीवी लें और कौन सा नहीं।


भारत में टेलीविजन की शुरुआत -

जब भारत में टीवी प्रचलित हुआ तो इसमें देशभर में क्रांति ला दी, क्या शहर और क्या  गांव हर जगह कोतुहल मच गया। महानगरों में टीवी की पहुंच सरलता से होती थी लेकिन गांव में टीवी देखने के लिए भाड़े पर TV मंगाए जाते थे जिसे पूरा गांव रात को चबूतरा में बैठकर देखता था।

भारत में 15 सितंबर 1959 को पहली बार टेलीविजन का प्रसारण हुआ जो देश की राजधानी दिल्ली से किया गया था। साल 1975 तक तो केवल 7 शहरों तक ही यह सेवा पहुंच पाई थी लेकिन 1982 से 90 के दशक में प्रसारण का काम विकसित हुआ। 90 के दशक और 2005 के बीच कई धारावाहिक टीवी पर प्रसारित हुए। 

भारत में सबसे पहला टीवी चैनल 'दूरदर्शन' था जो एक सरकारी चैनल था, टीवी पर प्रसारित होने वाला भारत का पहला धारावाहिक 'हम लोग' था, जिसे दूरदर्शन चैनल पर 7 जुलाई 1984 को टेलीकास्ट किया गया था। अब टीवी पर चैनलों की भरमार है व्यक्ति सोचने पर मजबूर हो जायेगा की कौन सा चैनल देखें और कौन सा छोड़ें। टीवी चैनलों के बीच अब प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गई है हर चैनल एक से बढ़कर एक सीरियल प्रसारित कर दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने में लगे हैं।


भारत में टेलीविजन क्रांति -

जब भारत में tv आया तो लोग इसे देखने के लिए एक गांव से दूसरे गांव चले जाते थे, और तो और अगर गांव के किसी घर में tv लगा हो तो वहां पूरे गांव के लोग बैठकर धारावाहिक देखा करते थे। रामायण तथा महाभारत प्रमुख धारावाहिक थे जिसे देखने के लिए पूरा मोहल्ला इक्कठा हो जाता था। बच्चे तो स्कूल से आते ही टीवी प्रोग्राम देखने में लग जाते थे, देर रात तक सास बहू का सीरियल चलता रहता था। टीवी की डिमांड इस तरह बढ़ी की अब शहरों और गांव के लगभग हर घर में टीवी रहता है, नए घर में एक टीवी जरूर होता है क्योंकि इसके बिना घर सुना लगता है।


टेलीविजन के प्रकार -

श्वेत-श्याम टेलीविजन के साथ रंगीन टीवी भी आने लगे इस तरह इसके दो प्रकार सामने आए black and white और colour TV, यद्यपि अब केवल colour tv ही मिलते हैं। 

Colorful TV में एक बड़े साइज का और एक LED Screen वाला TV देखने को मिलता है, अभी के समय में LED Televisions बहुत पॉपुलर हो रहे हैं। LED TV में oled display, 1080p और 4K Resolution वाले display मिलने लगे हैं। 

LED TV को भी दो प्रकारों में बांटा जा सकता है - Normal LED और Smart LED TV. Normal Tv में picture quality best मिलती है जबकि Smart TV के अंदर हमें Android का support मिलता है, WiFi connectivity feature, YouTube, Prime Video, Internet Etc. देखने को मिलते हैं। Small and large Display वाला 4k, 8k tv भी आने लगे हैं जो घर में ही cinematic experience देते हैं। Market में अभी के समय पर दो तरह के tv अधिक खरीदा जाता है एक स्मार्ट टीवी और दूसरा नॉन स्मार्ट टीवी।


टेलीविजन से होने वाले फायदे -

जब अमेजॉन प्राइम नेटफ्लिक्स यूट्यूब और ओटीटी प्लेटफॉर्म नहीं थे तब मनोरंजन का एकमात्र साधन टेलीविजन था जिसके सामने साथ बैठकर पूरा परिवार मूवी और धारावाहिक देखा करता था, आज भले ही अनेकों साधन आ गए हैं लेकिन टीवी देखने का अपना एक अलग मजा है।

Amazon prime, Netflix और YouTube जैसे Video Platforms आने के बाद Television Technology भी advanced हो गए और Smart TV बनने लगे, उसी में TV Programs के साथ OTT Platform के Videos, Prime Video और YouTube Videos देखने के लिए अलग से विकल्प मिलने लगा है। शुरुआती समय में एक television में limited features मिलते थे उसमें Live Cricket, Live News, Daily TV Shows और Movies ही देखे जाते थे लेकिन अब new smart tv में Android के features भी मिलते हैं इसलिए हम नए Smart LED Televisions पर OTT प्लेटफार्म Youtube, Netflix, Hot Star, Prime Video भी enjoy कर सकते हैं इन प्लेटफार्म में Video चलाने के लिए टीवी में Internet Connectivity Feature भी मिलता है।

आज TV मात्र Entertainment का नहीं बल्कि knowledge increase करने का  साधन भी बन गया है। पहले channels पर only news और मनोरंजन करने वाले shows broadcast होते थे लेकिन अब इन्फॉर्मेशन और ज्ञान बढ़ाने के लिए भी टीवी फायदेमंद है, इसमें ऐसे भी कार्यक्रम आते हैं जिन्हें शिक्षात्मक उद्देश्य से ब्रॉडकास्ट किया जाता है, कृषि विकास के लिए डीडी किसान चैनल जो कृषि से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करता है, जीवों से जुड़ी जानकारी के लिए Descovery देखा जा सकता है, कला से संबंधित चैनल जो दर्शक को कुछ ना कुछ सिखाते हैं, फूड चैनल्स जिसके जरिए कोई भी व्यंजन बनाना सीख लेता है।

टीवी पर favourite shows देखने से दिनभर का थकान दूर हो जाता है। स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का समाधान टीवी कार्यक्रमों में बताया जाता है। सुबह सुबह योग और कसरत करना सिखाने वाले कार्यक्रम भी आते हैं जिसे देखकर लोग कसरत करना सीख जाते हैं।

टेलीविजन से छोटे बड़े बहुत सारे फायदे हैं, सबसे बड़ा फायदा तो यह है की इससे लाइव समाचार देखकर घटनाओं से बहुत जल्दी अवगत हो सकते हैं। 


टेलीविजन से होने वाले नुकसान -

टीवी के बहुत से नुकसान भी हैं अगर व्यक्ति बहुत देर तक हर रोज टीवी देखता है तो उसकी आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है। बच्चों को पढ़ाई में तकलीफ होती है समय पर दिया गया गृह कार्य पूरा नहीं हो पाता इससे बच्चों का परीक्षा परिणाम पर भी असर देखने को मिलता है। जहां तक हुआ व्यक्ति टीवी देख कर इंटरटेन होता है वही अधिक टीवी देखने से आंखें और मस्तिष्क थक जाता है। बच्चे तो खेलना कूदना भूल जाती है और इसमें कार्टून शो देखते रहते हैं। शहरों में बहुत से लोग टीवी के शौकीन होती हैं तथा उन्हें टीवी की लत लग चुकी है इसलिए दिन भर टीवी देखते हैं इससे उनका वक्त भी बर्बाद होता है। खाना पसंद है टीवी चालू रहता है इसलिए कभी-कभी खाना चल जाता है। अब तो लोग खाना खाते हुए भी टेलीविजन के सामने बैठते हैं और अपना मनपसंद टीवी सीरियल देखा करते हैं। अधिक टीवी देखने से नेत्र रोग, सिर दर्द और समय की बर्बादी होती है। नकारात्मक खबरें देखने से हमारे मन पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।


उपसंहार - 


टेलीविजन विज्ञान द्वारा दिया गया मनोरंजन का बहुत अच्छा साधन है इसके माध्यम से हम बहुत सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। अधिक देर तक टीवी देखने से इसके कुछ नुकसान भी होते हैं किंतु यदि मनुष्य टेलीविजन का उचित उपयोग करें और इसे देखने के लिए समय निर्धारित करें तो इससे कोई नुकसान नहीं है। टीवी समाचार हमें देश की आर्थिक स्थिति, रोजगार के अवसर, नए सरकारी योजनाएं इन सब की सही जानकारी देती है जिसपर भरोसा किया जा सकता है।

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