मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध - Essay on My Best Friend in Hindi

दोस्तों हर किसी का कोई ना कोई सबसे अच्छा दोस्त होता है जो हमारे साथ रहता है। स्कूलों में हमें बहुत सारे दोस्त मिलते हैं जिनमें से कुछ खास दोस्त होते हैं जो हमेशा दोस्ती बनाये रखते हैं, मैं इस लेख में मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध लिख रहा हूँ जो आपको जरूर पसंद आएगा, अगर आप भी Best Friend Essay खोज रहे हैं तो My Best Friend In Hindi लेख आपके लिए जरूर उपयोगी होगा। 

My Best Friend In Hindi - मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध

मेरा अच्छा दोस्त पर निबंध - Essay on My Best Friend in Hindi

निबंध 1 (600 शब्द) Essay on My Best Friend in Hindi

दुनिया के किसी ना किसी मोड पर हमें अच्छे मित्र मिल ही जाते हैं, हो सकता है आपको अच्छा दोस्त स्कूल या कॉलेज के दिनों मिला हो लेकिन मुझे बचपन से ही एक अच्छा दोस्त मिल गया था जिसके साथ मैंने बचपन में बहुत कंचे खेले है। हम साथ में ही स्कूल गए और वहां अध्ययन किया, हम पढ़ाई में अच्छे थे साथ में खेलों में भी विशेष रूचि रखते थे स्कूलों के टूर्नामेंट में हम भी हिस्सा लेते थे। 

जब स्कूलों की छुट्टी हो जाती थी तब हम शाम 4:30 से 6:30 बजे तक गांव के मैदान में रोज फुटबॉल खेला करते थे, बचपन में हम बच्चों का ग्रुप हुआ करता था जिसका हर एक सदस्य हर रोज शाम को मैदान में फुटबॉल खेलने के लिए एकत्रित होता था। 6:30 के बाद सब अपने - अपने घर चले जाते और स्कूल में दिए गए होमवर्क पूरा करते थे, अगले दिन फिर से स्कूल जाकर सभी विषयों का अध्ययन करते थे। 

जब अप्रैल में गर्मी की छुट्टी मिलती थी तो गर्मी के दिनों में मैं और मेरा दोस्त दोनों साथ मिलकर आम तोड़ने जाया करते थे, हमारे साथ गाँव के अन्य दोस्त भी चलते थे जो आम तोड़ने में मदद करते थे। 

हमारे गाँव से कुछ ही दुरी पर नदी बहती है वहां जाकर ठंडे पानी में स्नान करते थे। साईकिल से एक गाँव से दूसरे गाँव घूमने जाया करते थे। जंगल के किनारे जामुन के अनेक पेड़ में फल लग जाते हैं उसे डंडे से मारकर गिराते थे और उठाकर अच्छे से धोने के बाद खाते थे।  

मेरे बहुत से दोस्त थे जिसमें से सबसे अच्छे मित्र का नाम मोहन है। हमने साथ में प्राथमिक शाला, मिडिल स्कूल और हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी की और कॉलेज करने के लिए अलग-अलग महाविद्यालय में दाखिला लिया वहां हमने बीएससी का 3 साल का कोर्स पूरा किया। मैं पढ़ाई के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी रूचि रखता हूँ और लिखने का भी शौक है। 12वीं के बाद सभी दोस्त अपने सपनों को पूरा करने के लिए विभिन्न विषयों का अध्ययन करने अलग - अलग कॉलेजों में एडमिशन लेते हैं, इस दौरान कई लोग अपने मित्र को भूल जाते हैं किन्तु जो अच्छे दोस्त होते हैं वह हमें कभी नहीं भूलते, अच्छी नौकरी और उच्च पद पर नियुक्त होने के बावजूद भी हमें याद रखते हैं। 

जीवन में हमें इतने अच्छे दोस्त मिलते हैं जिनसे वर्षों बाद मिलने पर भी उतना ही उत्साह रहता है जितना पहले था। आधुनिक युग में हम अपने दोस्तों से जब चाहें तब मोबाइल फोन पर बातें कर सकते हैं। अब अपने दोस्तों को सोशल मीडिया जैसे फेसबुक पर नाम लिखकर खोजा जा सकता है।

पहले जहां हम दोस्तों के साथ फुटबॉल, कबड्डी, गिल्ली डंडा आदि खेल खेला करते थे अब बचपन में बच्चे मोबाइल पर अनेकों गेम्स खेलने लगे हैं। दौर इतनी तेज़ी से बदला की अब तो गिल्ली डंडा क्या है? बच्चों को पता ही नहीं। अब लोगों के पास अपने खास दोस्त से मिलने का वक्त नहीं है जब भी याद आती है सोशल मीडिया पर चैट कर लेते हैं। सुबह उठते ही फोन पर चैटिंग शुरू कर देते हैं। एक तरह से मित्र की जगह मोबाइल ने ले ली है इसलिए अब लोग मित्रता का महत्व समझ नहीं पा रहे।

निष्कर्ष -


दोस्तों हमारे परममित्र (Best Friend) सुख दुःख के साथी होते हैं जो विकट परिस्थितयों में भी मदद करने से नहीं कतराते इसलिए जरूरत पढ़ने पर हमें उनकी जितनी हो सके मदद करनी चाहिए। अच्छे मित्र के आत्म सम्मान का हमें जरूर ध्यान रखना चाहिए सच्चे मित्र नसीब वालों को मिलते हैं इसलिए अपने मित्र का सम्मान बनाये रखें। हमें अच्छे और सच्चे मित्रों को कभी नहीं भूलना चाहिए। 

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